Pew Research Center Survey on Muslims: इजरायल और हमास की जंग का असर अमेरिका में रहने वाले लोगों पर भी पड़ा है. वहां के आधे मुसलमान इस वजह से डर गए हैं, जबकि लगभग 70 फीसदी मुस्लिमों को इसकी वजह से पक्षपात का सामना करना पड़ा है. प्यू रिसर्च सेंटर (Pew Research Center) के सर्वे के मुताबिक, यूएस में रहने वाले 70 प्रतिशत मुसलमानों ने बताया कि इस वॉर के शुरू होने के बाद उनके खिलाफ भेदभाव बढ़ा है.


अमेरिका में 13 फरवरी से 25 फरवरी, 2024 के बीच किए गए इस सर्वेक्षण के जरिए पता चला कि वहां 70 फीसदी मुसलमानों के अलावा 14 फीसदी मुस्लिमों ने कहा कि इस मामले में स्थिति लगभग पहले जैसी ही रही. दो फीसदी मुसलमानों की राय में उनके खिलाफ भेदभाव कम हुआ, जबकि 13 फीसदी लोग इस बारे में कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं थे. उन्होंने कहा कि वे इस बारे में नहीं जानते.


 


अमेरिकियों की मुस्लिमों के खिलाफ भेदभाव पर क्या रही राय?


सर्वे के दौरान मुसलमानों से इतर अमेरिकी वयस्कों से भी सवाल किए गए थे. ऐसे 38 फीसदी लोगों ने माना कि युद्ध के चालू होने के बाद मुस्लिमों के खिलाफ भेदभाव बढ़ा है. 30 प्रतिशत लोगों का कहना था कि स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ और पांच फीसदी ने माना कि मुसलमानों के खिलाफ पक्षपात घटा है. हालांकि, 26 प्रतिशत लोग ऐसे भी थे, जो बोले कि उन्हें इस बारे में नहीं पता है.  


इजरायल-हमास की जंग से मुसलमानों के बर्ताव पर पड़ा ऐसा असर


प्यू रिसर्च सेंटर की टीम ने इस सर्वे के दौरान यह भी पता लगाया कि इजरायल-हमास की जंग के चलते लोगों के बर्ताव पर कैसा असर पड़ा. डेटा के अनुसार, इजरायल-हमास के बीच युद्ध की खबर जानने के बाद 86 फीसदी मुस्लिम दुखी हुए, 70 फीसदी मुसलमान गुस्सा हुए, 66 फीसदी मुस्लिमों ने खुद को कमजोर पाया और 53 फीसदी मुसलमान इससे डर गए थे. 


इजरायल हमास के युद्ध में 32,782 से अधिक लोगों की गाजा पट्टी में मौत 


गाजा पट्टी में इजराइली हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 32,782 से अधिक हो चुकी है. पिछले साल सात अक्टूबर को इज़राइल-फिलिस्तीनी संघर्ष शुरू होने के बाद से घायलों की कुल संख्या 75,298 के पार जा चुकी है. 


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