साल 2050 तक इन हिस्सों में बेहद कम हो जाएगी मुस्लिम आबादी, यहां तो 9% जनसंख्या होगी कम, पढ़िए आंकड़े
Pew Research Shocking Data on Muslim: भविष्य में किस धर्म को मानने वाले कितने लोग होंगे इसको लेकर प्यू रिसर्च सेंटर ने एक आंकड़ा जारी किया है.
Pew Research Shocking Data on Muslim: प्यू रिसर्च सेंटर ने धर्म को लेकर आंकड़े जारी किए. प्यू रिसर्च सेंटर के "द फ्यूचर ऑफ वर्ल्ड रीजन्स" अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि साल 2050 तक इस्लाम दुनिया का सबसे ज्यादा फॉलो किया जाने वाला धर्म होगा. हालांकि प्यू के डाटा में दुनिया का एक ऐसा क्षेत्र भी है जहां लगभग 9 प्रतिशत मुसलामानों की आबादी कम होगी.
जिस रिजन में मुसलमानों की आबादी कम होगी वो एशिया पेसेफिक रिजन है. यहां साल 2010 में मुसलमानों की आबादी 61.7 प्रतिशत थी जो साल 2050 तक गिरकर 52.8 होने का अनुमान है.
वहीं यूरोप में भी मुसलमानों की आबादी साल 2050 में गिरेगी. साल 2050 में मुस्लिम आबादी 2.7 रहने का अनुमान है जो कि साल 2010 में 2.7 था.
हिंदू धर्म तीसरा सबसे बड़ा धर्म
प्यू रिसर्च के एक नए अध्ययन के अनुसार, हिंदू धर्म 2050 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा, जबकि भारत सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश के रूप में इंडोनेशिया को पीछे छोड़ देगा. प्यू रिसर्च सेंटर के "द फ्यूचर ऑफ वर्ल्ड रीजन्स" अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि दुनिया भर में हिंदू आबादी 2050 तक लगभग 34% बढ़ेगी जो 1 बिलियन से थोड़ा अधिक 1.4 बिलियन हो जाएगी.
अध्ययन में कहा गया है कि ईसाई (31.4%) और मुसलमानों (29.7%) के बाद दुनिया की कुल आबादी में हिंदू 14.9% होंगे. वहीं भारत में किसी भी अन्य देश के मुकाबले सबसे ज्यादा मुसलमान होंगे.
अध्ययन के अनुसार 2050 तक भारत में मुसलमानों की संख्या 310 मिलियन से अधिक हो जाएगी. हिंदू भारत की आबादी (77%) में बहुमत में रहेंगे और मुस्लिम सबसे बड़ा अल्पसंख्यक (18%) रहेंगे.
हालांकि एक बात आपको बता दें कि जहां भारत में अल्पसंख्यक मुसलमानों की संख्या बढ़ेगी वहीं कुछ मुस्लिम बहुल देशों में हिंदुओं की संख्या घटेगी. कम प्रजनन दर, धर्मांतरण और प्रवासन जैसे कारणों की वजह से 2050 में कई देशों में हिंदुओं की आबादी गिरेगी. पहला देश जहां हिंदुओं की आबादी घटेगी वह पाकिस्तान है. इसके अलावा बांग्लादेश और अफगानिस्तान में भी हिंदुओं की आबादी घटने का अनुमान है.