Philippines And America Updates : चीन को सबक सिखाने के लिए फिलीपींस ने पहली बार दक्षिण चीन सागर में अमेरिका के साथ मिलकर सैन्य अभ्यास शुरू किया है. यह सैन्य अभ्यास तीन सप्ताह तक किया जाएगा. दोनों देशों की बटालियन पानी में दुश्मन को मारने की टेक्नीक पर ध्यान केंद्रीत करेंगी. फिलीपीन कोस्ट गार्ड ने कहा कि यह पहली बार है, जब फिलीपींस और अमेरिका संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहा है. 16,700 से अधिक फिलीपीन और अमेरिकी सैनिक इस ड्रिल में भाग लेंगे. इस अभ्यास को दक्षिण चीन सागर और ताइवान के पास द्वीपसमूह राष्ट्र के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में किया जाएगा.
बता दें कि चीन लगभग पूरे जलमार्ग का दावा करता है और ताइवान को चीन के हिस्से के रूप में देखता है, जबकि अमेरिका समेत कई राष्ट्र ताइवान को एक स्वतंत्र राज्य स्वीकार नहीं करते हैं. फिलीपींस समेत अन्य देशों में समुद्र के कुछ हिस्सों को लेकर भी कई दावे हैं. अमेरिका के पास कोई क्षेत्रीय दावा नहीं है, लेकिन नियमित रूप से वहां गश्त करता है. अमेरिका फिलीपींस समेत क्षेत्रीय देशों के संग अपने रक्षा संबंध मजबूत कर रहा है, ताकि वह चीन पर दबाव बना सके. 1991 में वार्षिक अभ्यास शुरू होने के बाद पहली बार फिलीपींस और अमेरिका ऐसा कर रहे हैं. दोनों देशों के नौसैनिक चीन के दावे वाले समुद्र के कुछ हिस्सों में संयुक्त अभ्यास करेंगे. समुद्री और हवाई हमलों का मुकाबला करने पर ध्यान देने के साथ 4 प्रमुख टेक्निक पर ध्यान देंगे.
फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया भी आएंगे साथ
रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि एक अन्य ऑपरेशन में फिलीपींस के नौसैनिक जहाज आधारित मिसाइल सिस्टम की शुरुआत करेंगे, जो अमेरिकी वायु सेना के साथ मिलकर किसी भी जहाज पर हमला करने और उसे डुबाने के लिए काम करेगी. फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ सहयोगी भी इस अभ्यास में कुछ हिस्सों में भाग लेंगे. फिलीपींस की नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि हम ये संदेश देना चाहते हैं कि हम अकेले नहीं हैं और हम अपने संप्रभु अधिकारों की रक्षा के लिए तैयार है. चीन और फिलीपींस के बीच तनाव वर्षों से है, जिससे प्रशांत क्षेत्र में युद्ध की आशंका बढ़ गई है. सेकेंड थॉमस शोल के आसपास स्थिति खतरनाक है, जहां फिलीपींस ने 1999 से समुद्र तट पर युद्धपोत लगाकर चौकी के रूप में बनाए रखा है. हाल के महीनों में चीनी जहाजों ने इसे रोकने के प्रयास तेज किए.