Japan PM election: जापान की सत्तारूढ़ पार्टी शुक्रवार को अपने नए नेता का चुनाव करेगी और विजेता देश का अगला प्रधानमंत्री बनेगा. रिकॉर्ड 9 उम्मीदवारों में से तीन कैंडिडेट के बीच कड़ा मुकाबला है. इसमें से कौन प्रधानमंत्री बनेगा यह चुनाव परिणाम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. मौजूदा समय में जापान के अंदर जीवन-यापन की लागत बढ़ रही है. कमजोर येन और उच्च मुद्रास्फीति के कारण यह और भी बढ़ गई है. दूसरी तरफ जापान को क्षेत्र में बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों और चीन सहित पड़ोसियों के साथ टकराव का सामना करना पड़ रहा है.


रॉयटर्स की की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे समय से सत्तारूढ़ पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक (एलडीपी) पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. जिन तीन प्रतिद्वंदियों के बीच कड़ा मुकाबला है, उसमें आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची का भी नाम शामिल हैं, अगर साने तकाइची प्रधानमंत्री बनती हैं तो वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनेंगी. इसके अलावा लोकप्रिय राजनीतिक वंश से आने वाले करिश्माई युवा सर्फर शिंजिरो कोइज़ुमी भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं. वहीं पूर्व रक्षा मंत्री शिगेरू इशिबा भी पीएम पद के दावेदार हैं. शिगेरू इशिबा पीएम पद के लिए इस बार पांचवीं और अंतिम कोशिश में हैं.


अमेरिका से पहले जापान में हो सकता है आम चुनाव
जापान में आम चुनाव अगले साल होने हैं, लेकिन जीतने वाला उम्मीदवार उससे पहले ही अचानक चुनाव कराने का विकल्प चुन सकता है. कुछ रिपोर्ट्स का सुझाव है कि यह नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले भी हो सकता है. प्रधानमंत्री फूमिओ किशिदा ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वे राजनीतिक घोटालों के कारण इस्तीफा दे देंगे, जिसके कारण उनके इस्तीफे की मांग उठ रही थी. जापान में अब विजेता को आम चुनावों से पहले एलडीपी की छवि सुधारने का काम सौंपा जाएगा.


जापान के पीएम चुनाव पर क्या बोले विशेषज्ञ?
टोक्यो यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर यू उचियामा ने रॉयटर्स से कहा, इस बार इशिबा, ताकाइची और कोइज़ुमी काफी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. इसके बावजूद यह कहना मुश्किल है कि इन तीन उम्मीदवारों में से रेस कौन जीतेगा. प्रोफेसर ने कहा कि चुनाव के अंतिम परिणाम आने तक तीनों उम्मीदवारों में से किसकी जीत होगी यह नहीं कहा जा सकता है. 


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