PM Modi First State Visit to US: अमेरिका की पहली राजकीय यात्रा पर PM मोदी, जानिए यह पिछली यात्राओं से अलग कैसे है
PM Modi In US: राष्ट्रपति बाइडेन के निमंत्रण पर मोदी 3 दिन के अमेरिका दौरे पर गए हैं. अब से पहले वे दोनों 6 बार मिल चुके हैं,लेकिन इस दौरे की डिप्लोमैटिक और स्ट्रैटेजिक अहमियत ज्यादा है.आइए समझते हैं.
PM Modi in America: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के निमंत्रण पर 21 से 24 जून तक अमेरिका (US) में रहेंगे, यह वहां उनकी पहली राजकीय यात्रा है. यह एक दुर्लभ अवसर है जब अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन भी 22 जून को वाशिंगटन डीसी स्थित व्हाइट हाउस में ऐतिहासिक 'स्टेट डिनर' में उनकी मेजबानी करेंगे. अब कई लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि मोदी की इस यात्रा को अमेरिका की पहली राजकीय यात्रा क्यों माना जा रहा है?
बता दें कि अमेरिका में जब वहां के राष्ट्रपति दुनिया के किसी नेता को खुद आमंत्रित कर, खास तरीके से उसका व्हाइट हाउस में ऑफिशियल वेलकम करते हैं, तो उसे 'स्टेट विजिट' कहा जाता है. 'स्टेट विजिट' का तात्पर्य हिंदी में 'राजकीय यात्रा' से है, और यह मोदी की अमेरिका की पहली "आधिकारिक राजकीय यात्रा" है, भले ही उन्होंने 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पिछले 9 वर्षों में कई बार वहां का दौरा किया. आज (20 जून) से पहले तक मोदी बतौर प्रधानमंत्री 7 बार अमेरिका जा चुके हैं.
अन्य यात्राओं की तुलना में ज्यादा अहम है ये यात्रा
राजकीय यात्रा को दो देशों के मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों की उच्चतम अभिव्यक्ति माना जाता है. इस तरह की यात्रा करने का मतलब है, कि किसी देश के प्रमुख के निमंत्रण पर दूसरे देश के प्रमुख की औपचारिक यात्रा करना. इस तरह की यात्रा में, अन्य यात्राओं की तुलना में अधिक धूमधाम से स्वागत-समारोह किए जाते हैं. अमेरिका राजकीय यात्रा में जाने वाले नेताओं के लिए वहां की सत्ता के केंद्र 'व्हाइट हाउस' में राष्ट्रपति और फर्स्ट लेडी द्वारा आयोजित रात्रिभोज भी शामिल है, जिसे वहां 'स्टेट डिनर' कहा जाता है.
22 जून को भारतीय पीएम को कराएंगे राजकीय भोज
व्हाइट हाउस ने पिछले महीने 10 मई के एक बयान में घोषणा की थी कि राष्ट्रपति बाइडेन और फर्स्ट लेडी "अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा, जिसमें 22 जून, 2023 को राजकीय भोज शामिल होगा" के लिए प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी करेंगे. बयान में कहा गया, "प्रधानमंत्री मोदी की आगामी यात्रा अमेरिका और भारत के बीच गहरी और करीबी साझेदारी की पुष्टि करेगी, जो अमेरिकियों और भारतीयों को एक साथ जोड़ती है."
व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया कि यह यात्रा "रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और अंतरिक्ष सहित रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ाने" के संकल्प के अलावा, मुक्त, खुले, समृद्ध और सुरक्षित हिंद-प्रशांत के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को मजबूत करेगी.
किसी देश की राजकीय यात्रा क्यों महत्वपूर्ण है?
एक राजकीय यात्रा आमतौर पर देश के प्रमुख द्वारा अपने आधिकारिक निवास पर दिया जाने वाला निमंत्रण होता है, अमेरिका के मामले में, यह व्हाइट हाउस है. अमेरिका अपने निकटतम मित्रों और सहयोगियों को ऐसा सम्मान देता है, जिसके लिए व्हाइट हाउस को योजना बनाने और तैयार करने में छह महीने लगते हैं. राजकीय भोज की योजना भी महीनों पहले बना ली जाती है. मैन्यू में आम तौर पर अमेरिकी मोड़ के साथ सम्मानित अतिथि की पाक-परंपराएं शामिल होती हैं.
इस यात्रा के दौरान 72 घंटे में 10 कार्यक्रम होंगे
इस तरह के दौरे आम तौर पर कई दिनों के होते हैं और उनमें कई विस्तृत समारोह शामिल होते हैं. उदाहरण के लिए, प्रधानमंत्री मोदी के वहां 72 घंटे में 10 कार्यक्रम होंगे. ऐसे समारोहों में खास डिनर कराया जाता है, राजनयिक उपहारों का आदान-प्रदान होता है, अमेरिकी राष्ट्रपति के गेस्ट हाउस, जिसे ब्लेयर हाउस कहा जाता है, में ठहरने की व्यवस्था की जाती है. और, अंत में वहां एक फ्लैग स्ट्रीट-लाइनिंग समारोह, लैंडिंग के बाद टरमैक में एक फ्लाइट-लाइन वेलकम और 21 तोपों की सलामी भी जाती है.
21 तोपों से दी जाएगी सलामी
प्रधानमंत्री मोदी की आधिकारिक यात्रा भी राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में 7,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकी उपस्थित लोगों की उपस्थिति में 21 तोपों की सलामी से स्वागत करने के साथ शुरू होगी. इसके बाद दोनों नेता एक द्विपक्षीय बैठक के लिए रवाना होंगे, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल वार्ता और एक संयुक्त प्रेस संबोधन होगा.
क्या हैं पीएम मोदी के दौरे के मायने?
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों की उच्चतम अभिव्यक्ति माना जा रहा है, ऐसे दौरे दुर्लभ होते हैं. अमेरिकी कूटनीति के मुताबिक राष्ट्रपति 4 साल में एक बार किसी भी देश के किसी एक नेता की मेजबानी कर सकते हैं जो उनका पूरा कार्यकाल होता है और इस बार बाइडेन ने यह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को दिया है.
अब तक ऐसे रहे पीएम मोदी के दौरे
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी 2014 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के निमंत्रण पर एक वर्किंग विजिट पर थे. उसके बाद 2016 में उन्होंने तत्कालीन उपराष्ट्रपति जो बाइडेन की मौजूदगी में वर्किंग लंच किया. 2017 में वह ऑफिशियल वर्किंग विजिट पर गए. और 2019 में उनको 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया था, जिसकी मेजबानी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने की थी.
यह भी पढ़ें: PM Modi US Visit: पीएम मोदी की वाशिंगटन यात्रा भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं के बारे में क्या बताती है?