(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
PM Modi in Scotland: पीएम मोदी ने बोरिस जॉनसन के साथ की बैठक, आतंकवाद, अफगानिस्तान समेत इन मुद्दों पर की चर्चा
PM Modi in Scotland: सीओपी-26 जलवायु शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन से मुलाकात की और इस दौरान दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की.
PM Modi in Scotland: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जलवायु परिवतर्तन पर हो रही 26वीं कॉर्पोरेशन ऑफ पार्टीज (COP26) में हिस्सा लेने के लिए ग्लासगो पहुंचे हैं. सीओपी26 की अध्यक्षता ब्रिटेन कर रहा है और इसका समापन 12 नवंबर को होगा. यहां सीओपी-26 जलवायु शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन से मुलाकात की और इस दौरान दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है जिसमें कहा गया, "दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान, आतंकवाद, हिंद-प्रशांत, सप्लाई चेन के लचीलापन और कोविड महामारी के बाद वैश्विक आर्थिक सुधार सहित क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा की." विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान पीएम मोदी ने भारत में जल्द ही पीएम जॉनसन का स्वागत करने की इच्छा दोहराई."
Both leaders also discussed regional and global challenges including Afghanistan, Counter-Terrorism, Indo-Pacific, supply chain resilience and post-Covid global economic recovery. Prime Minister reiterated his desire to welcome PM Johnson in India soon: MEA
— ANI (@ANI) November 1, 2021
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कोविड महामारी के कारण इस साल दो बार अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी थी. उसके बाद दोनों नेताओं की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात थी. सीओपी-26 में विश्व के नेताओं के सम्मेलन के उद्घाटन समारोह के तुरंत बाद यह मुलाकात निर्धारित की गई थी. इसमें ब्रिटेन-भारत जलवायु साझेदारी के साथ-साथ दोनों देशों के मजबूत रणनीतिक संबंधों के लिए 2030 के रोडमैप की समीक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाना है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बैठक के तुरंत बाद ट्वीट किया, "रोडमैप 2030 पर आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ग्लासगो में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की. सीओपी-26 के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए उन्हें बधाई दी. हरित हाइड्रोजन, नवीकरणीय और स्वच्छ तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर विचार विमर्श किया. अर्थव्यवस्था, रक्षा, पी2पी संबंधों आदि पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया."
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अपेक्षाकृत संक्षिप्त बातचीत में विचारों के आदान-प्रदान और द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लेने पर ध्यान केंद्रित किया गया. ब्रिटेन में अलगाववादी खालिस्तानी गतिविधियों पर ध्यान देने के साथ ही सुरक्षा और आतंकवाद से मुकाबला जैसे मुद्दे पर भी संभवत: चर्चा हुई.
प्रधानमंत्री स्तरीय वार्ता से पहले ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त गायत्री इस्सर कुमार ने कहा, "दोनों सरकारें तय समयसीमा के अंदर रोडमैप के कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध हैं. तदनुसार, हम मार्च 2022 में एक अंतरिम समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए नवंबर 2021 में बातचीत शुरू करना चाहते हैं और यदि सब कुछ निर्धारित समय के अनुसार होता है तो नवंबर 2022 तक अंततः व्यापक समझौता हो सकता है."
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