रूसी राष्ट्रपति से मुलाकात में पीएम मोदी बोले- देश के आंतरिक मामलों में बाहरी दखल बर्दाश्त नहीं
रूस और इंडिया के बीच 20वां समिट हो रहा है. पीएम मोदी इसमें हिस्सा लेने के लिए रूस पहुंचे हैं.
व्लादिवोस्तोक, रूस: दो दिन के रूस दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने दोनों देशों के बीच विशेष एवं विशेषाधिकृत रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने देश के आंतरिक मामलों में बाहरी दखल बर्दाश्त नहीं करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि दोनों देश किसी भी देश के आतंरिक मामलों में बाहरी दखल के पूरी तरह से खिलाफ हैं. पीएम मोदी कल पूर्वी आर्थिक मंच की बैठक में हिस्सा लेंगे.
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ''भारत और रूस काफी क्षेत्रों जैसे कि डिफेंस, कृषि और व्यापार में आगे बढ़ रहे हैं. हम दोनों किसी देश के आतंरिक मामले में बाहरी दखल के पूरी तरह से खिलाफ हैं. हम ग्लोबल लेवल पर साथ काम करने के लिए काफी काम कर रहे हैं.''
अफगानिस्तान और खाड़ी देशों की स्थिति को लेकर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हुई है. सयुक्त वार्ता में पीएम मोदी ने कहा, ''भारत ऐसा अफगानिस्तान देखना चाहता है कि जो आजाद हो, जहां शांति हो और लोकतंत्र हो.'' उन्होंने कहा कि जब 2001 में ऐसा समिट पहली बार हुआ था तो मेरे मित्र पुतिन उस समय भी यहां के राष्ट्रपति थे और मैं उस समय के अपने पीएम श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में यहां आए डेलिगेशन में शामिल था.
पीएम मोदी ने कहा, ''राष्ट्रपति पुतिन और मैं दोनों देशों के इस रिश्ते को विश्वास और भागीदारी से एक नई ऊंचाई पर ले गए हैं. इसकी उपलब्धियां से कई बदलाव हुए हैं. हमने सहयोग को सरकारी दायरे से बाहर लाकर उसमें लोगों की और प्राइवेट इंडस्ट्री की असीम ऊर्जा को जोड़ा है. आज हमारे सामने दर्जनों एग्रीमेंट हुए हैं.'' उन्होंने कहा कि रक्षा जैसे क्षेत्र में रूसी उपकारणों के स्पेयर पार्ट्स दोनों देशों के ज्वाइंट वेंचर द्वारा बनाने पर आज हुआ समझौता इंडस्ट्री को बढ़ावा देगा. भारत और रूस एक बहुध्रुवीय दुनिया के महत्व को समझते हैं. हम ब्रिक्स और एससीओ जैसे कई वैश्विक मंचों पर एक साथ काम कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन से कहा, ''मैंने कई मामलों पर चर्चा के लिए कई मौकों पर आपसे फोन पर बात की और मुझे कभी कोई हिचकिचाहट नहीं हुई.'' मोदी ने रूस का सर्वोच्च असैन्य सम्मान उन्हें प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति पुतिन और रूस के लोगों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ''यह दोनों देशों के लोगों के बीच अच्छे संबंधों को दर्शाता है. यह 1.3 अरब भारतीयों के लिए सम्मान की बात है.''
दोनों देशों के बीच हुए 15 समझौतों पर हस्ताक्षर विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भारत और रूस के बीच 15 समझौतें पर हस्ताक्षर हुए हैं. दोनों देशों के बीच इन 15 समझौतों में डिफेंस, जमीन, परमाणु उर्जा, हाई टेक तकनीक जैसे कई बड़े मुद्दे शामिल हैं. पुतिन और मोदी की मुलाकात में ही इन 15 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं. दोनों पक्षों के बीच अन्वेषण एवं दोहन और खरीदारी के संदर्भ में तेल एवं गैस क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं के संबंध में 2019 से 2024 के लिए पांच वर्षीय रूपरेखा बनाए जाने की उम्मीद है. भारत इस समय ऊर्जा संबंधी अपनी आवश्यकताओं के लिए खाड़ी क्षेत्र पर काफी हद तक निर्भर करता है.
Scaling newer heights of bilateral cooperation
PM @narendramodi and President Putin witnessed the exchange of 15 documents ushering in new areas of cooperation including connectivity, deep sea exploration , space, energy among others.#DruzbaDosti https://t.co/X4uMphLS4f pic.twitter.com/JJtVUVWHcS — Raveesh Kumar (@MEAIndia) September 4, 2019
पुतिन ने इस खास समारोह के लिए पीएम मोदी को दिया न्योता राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ‘ग्रेट पैट्रिअटिक वार’ में विजय की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 2020 में मॉस्को में होने वाले समारोह में शामिल होने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रण दिया. पुतिन ने मोदी के साथ अपनी वार्ता के दौरान उनसे कहा, ''हम 'ग्रेट पैट्रिअटिक वार' में विजय, नाजीवाद पर विजय की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अगले साल मई में होने वाले समारोह में आपके शामिल होने की उम्मीद कर रहे हैं.''रूसी राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि नवंबर में होने वाले ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में भी मोदी से मिलने की उनकी योजना है.