Indian Artefacts in US : राष्ट्रपति जो बाइडेन की अगुवाई वाली अमेरिकी सरकार ने 100 से ज्यादा भारतीय कलाकृतियों (Indian Artefacts) को भारत को लौटाने का फैसला किया है. ये कलाकृतियां चुराकर या छीनकर वहां ले जाई गई थीं. अब अमेरिकी सरकार (US Govt) ने कहा है कि उन कलाकृतियों को भारत वापस पहुंचाया जाएगा. अमेरिकी सरकार के इस फैसले पर पीएम मोदी (PM Modi) ने संतुष्टि जताई है.
पीएम मोदी ने अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन के रोनाल्ड रीगन में कल भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए अमेरिकी सरकार के फैसले का जिक्र किया. मोदी ने कहा, 'अमेरिका सरकार ने भारत से ले जाई गई 100 से भी ज्यादा कलाकृतियों को वापस करने का फैसला किया है. उनके इस फैसले से मैं बहुत खुश हूं. ये कलाकृतियां गलत तरीकों से अंतरराष्ट्रीय बाजार तकपहुंच गई थीं. अब इन्हें वापस करने के लिए अमेरिकी सरकार का आभार व्यक्त करता हूं.' उन्होंने कहा- बाइडेन सरकार का फैसला दोनों देशों के बीच के भावनात्मक संबंध को दर्शाता है.'
भारत की खोई हुई कलाकृतियां वापस ला रही सरकार
गौरतलब हो कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक को पुनर्जीवित करने के प्रयास में पीएम मोदी की अगुवाई वाली भारत सरकार दुनिया भर से अपनी कलाकृतियों को वापस ला रही है. सरकार के बयान के अनुसार, 'सदियों से भारत की संस्कृति और धर्म से जुड़ी बहुत-सी कलाकृतियां या तो चोरी हो गईं या तस्करी करके विदेशों में ले जाई गईं. उन्हीं कलाकृतियों को वापस लाने के लिए अब भारत ने एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया है.'
कोहिनूर को वापस लाने के लिए छेड़ा जाएगा अभियान
ब्रिटिश मीडिया छपी खबर के मुताबिक, मोदी सरकार भारत के प्रसिद्ध कोहिनूर (Kohinoor) हीरा और अन्य मूर्तियों के साथ औपनिवेशिक युग की कलाकृतियों को वापस लाने के लिए एक प्रत्यावर्तन अभियान की योजना बना रही है. ब्रिटिश अखबार द डेली टेलीग्राफ की रिपोर्ट में कहा गया कि ब्रिटेन से नायाब हीरे कोहिनूर को वापस भारत लाने का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है और चूंकि अभी दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और व्यापार संबंध भी अच्छे हैं, तो अद्भुत कलाकृतियों को वापस ले जाने की मुहिम छेड़ी जाएगी.
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