PM Modi US Visit: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं. यहां पीएम मोदी के संसद में संयुक्त सत्र के संबोधन से पहले अमेरिका की दो महिला सांसदों ने बहिष्कार करने की बात कर विवाद खड़ा कर दिया. दरअसल, इल्हान उमर और रशीदा तलीब ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने भारत में अल्पसंख्यकों का दमन किया है.


डेमोक्रेटिक सांसद इल्हान उमर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने धार्मिक अल्पसंख्यकों का दमन किया है, हिंसक हिंदू राष्ट्रवादी समूहों को प्रोत्साहित किया है, और पत्रकारों/मानवाधिकार, अधिवक्ताओं को बेधड़क निशाना बनाया है. ऐसे में मैं मोदी के भाषण का बहिष्कार करूंगी.


ट्वीट कर कहा कि बहिष्कार करूंगी


वहीं, रशीदा तलीब ने ट्वीट करते हुए लिखा कि  पीएम मोदी का 'मानवाधिकारों के हनन, लोकतंत्र विरोधी कार्यों, मुसलमानों और धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने और पत्रकारों को सेंसर करने का लंबा इतिहास रहा है. यह बिल्‍कुल ही अस्वीकार्य है. मैं संसद में मोदी के संयुक्त संबोधन का बहिष्कार करूंगी.


गौरतलब है कि उमर ने पिछले साल पाकिस्तान दौरा कर जमकर सुर्खियां बटोरी थी. पाकिस्तान पहुंच उमर ने वहां के नेताओं के साथ मुलाकात की थी, इतना ही नहीं, उन्होंने अधिकृत कश्मीर (PoK) का भी दौरा किया था. जिसपर भारत ने कड़ी नाराजगी जताई थी. जिसके बाद अमेरिका को सफाई देनी पड़ी थी. हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है, जब इस मुस्लिम नेता ने भारत का विरोध किया हो. 


जानें कौन हैं इल्हान उमर


इल्हान उमर का जन्म सोमालिया में हुआ था, लेकिन इनका परिवार 1990 में अमेरिका आकर बस गया. वहां लगातार गृह युद्ध के चलते उनके परिजनों ने देश छोड़ दिया था. अमेरिका में इल्हान ने राजनीति में अपना करियर बनाया. 2016 में इल्हान उमर चुनाव जीतकर मिनिसोटा की प्रतिनिधि सभा पहुंची. 2019 में इल्हान मिनिसोटा से सांसद चुनी गईं. अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य  बनने वाली इल्हान उमर पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं. 


जानें कौन हैं रशीदा तलीब 


मूल रूप से फिलिस्तीनी अमेरिकी नागरिक रशीदा तलीब इल्हान उमर ( डी-एमएन ) के साथ कांग्रेस के लिए चुनी गई पहली दो मुस्लिम महिलाओं में से एक हैं. 46 वर्षीय महिला सांसद का जन्म अमेरिका के डेट्रॉयट में हुआ था. यह अपने 14 भाई बहनों में सबसे बड़ी है. तलीब ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2004 में की थी.  तलीब ने साल 2008 में अमेरिकी राज्‍य में प्रतिनिधि का चुनाव जीता था. वह पहली मुसलमान महिला थीं जो इस पद पर पहुंची थीं. साल 2009 से 2014 तक वह मिशिगन हाउस में रहीं. साल 2021 में तलीब ने कश्‍मीर सौहार्द दिवस पर आयोजित एक सेमिनार में भी हिस्‍सा लिया था. रशीदा तलीब को हमेशा से भारत विरोधी प्रचार के लिए जाना जाता है. 


ये भी पढ़ें: Titanic Tourist Sub: पनडुब्बी टाइटन में सवार सभी पांच अरबपतियों की मौत, सभी ने किया था डेथ कांट्रेक्ट पर साइन | 10 बड़ी बातें