यरुशलम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजरायल यात्रा का आज दूसरा दिन है. इजरायल में पीएम मोदी दुनिया के सबसे सुरक्षित होटल 'किंग डेविड होटल' में ठहरे हैं. मोदी को यहां जिस सुइट में ठहराया गया है वहां किसी भी तरह के हमले और बमबारी का कोई असर नहीं हो सकता है. जानें 'किंग डेविड होटल' क्यों है दुनिया का सबसे सुरक्षित होटल ?


किंग डेविड स्ट्रीट पर स्थित है ये होटल


'किंग डेविड होटल' यरुशलम की व्यस्ततम सड़कों में से एक किंग डेविड स्ट्रीट पर स्थित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी इजरायल यात्रा के दौरान इसी होटल में ठहरे हुए हैं. यहीं पर पीएम मोदी और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच द्विपक्षीय बातचीत होनी है.



बम या रॉकेट का भी नहीं होगा कोई असर


'किंग डेविड होटल' को यरुशलम का अभेद्य 'किला' कहना शायद गलत नहीं होगा. इस होटल की खासियत यह है कि इसपर बम, रॉकेट या बड़े से बड़े केमिकल अटैक का भी कोई असर नहीं होगा.


6 मंजिल वाले इस होटल में करीब 1100 कमरे


'किंग डेविड होटल' इजरायल का सबसे पुराना होटल है. इस होटल को दुनिया का सबसे सुरक्षित होटल माना जाता है. 6 मंजिल वाले इस होटल में करीब 1100 कमरे हैं. जिसमें से 110 कमरे पीएम मोदी समेत भारतीय प्रतिनिधिमंडल के लिए बुक हैं.


होटल में ठहर चुके हैं ट्रंप, ओबामा, बुश और क्लिंटन


'किंग डेविड होटल' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप, बराक ओबामा, बिल क्लिंटन और जॉर्ज बुश ठहर चुके हैं. आपको बता दें कि अगर पूरे होटल पर बम गिरा दिया जाए फिर भी अंदर रुके लोग सुरक्षित रहेंगे.


खुद ही अलग हो जाएगा पीएम मोदी का सुइट


'किंग डेविड होटल' ड्रोन और प्लेन डिवाइस बनाने वाली कंपनी के मालिक का होटल है. युद्ध के हथियार बनाने वाली कंपनी ने इस होटल को भी सबसे सुरक्षित बनाया है. इस होटल की खासियत यह है कि अगर होटल पर हमला होता है तो पीएम मोदी जिस सुइट में रुके हैं वो खुद ही अलग हो जाएगा.


केमिकल अटैक का भी कोई असर नहीं


इस होटल की खि़ड़कियां बुलेट प्रुफ हैं. इसके शीशे इतने मजबूत हैं कि रॉकेट भी इसमें नहीं घुस पाएगा. इतना ही नहीं इस होटल में एयर कंडिशनर यानी एसी के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है कि अगर केमिकल अटैक यानी कि रासायनिक हमला हो तो भी गैस अंदर नहीं जा पाएगा.


इजरायल में पीएम मोदी को टू टीयर सिक्योरिटी


आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के उन नेताओं में से एक हैं जिन्हें आतंकियों से सबसे ज्यादा खतरा है. इसे देखते हुए इजरायल में पीएम मोदी को टू टीयर सिक्योरिटी दी गई है. यानी पहले और बाहरी घेरे में इजरायल की सिक्योरिटी एजेंसी और अंदरुनी घेरे में भारत की सुरक्षा एजेंसियां तैनात है.



'किंग डेविड होटल' के बाहर किसी भी तरह की फोर्स तैनात नहीं 


आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि इसके बावजूद पीएम मोदी के होटल यानी 'किंग डेविड होटल' के बाहर किसी भी तरह की फोर्स तैनात नहीं की गई है. दरअसल इजराइल की सिक्योरिटी एजेंसी इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर काम करती है. उनकी पूरी सुरक्षा व्यवस्था सर्विलांस के आधार पर काम करती है. सुरक्षा के लिहाज से यहां जगह-जगह पर कैमरे लगे हुए हैं और इनसे हर पल हर जगह पर नजर रखी जाती है.


इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर घटाई और बढ़ाई जाती है सुरक्षा 


इजरायल की सड़कों पर आपको पुलिस, आर्म्ड फोर्स या पीसीआर वैन नहीं दिखाई देंगे क्योंकि यहां इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर सुरक्षा घटाई और बढ़ाई जाती है. प्रधानमंत्री मोदी यहां जब खुली जगह पर होंगे तभी उन्हें 360 डिग्री सिक्योरिटी में रखा जाएगा. नहीं तो उनके आस पास कोई सुरक्षा बल के जवान तैनात नहीं दिखेंगे.