ASEAN-India Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुरुवार (10 अक्टूबर) को आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए लाओस पहुंचे हैं. सम्मेलन में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है और विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है. करोना काल में भारत ने अपनी जिम्मेदारियां निभाई है.


उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत की भागीदारी बढ़ी है और जन केंद्रित अप्रोच हमारी प्राथमिकता है. वह राष्ट्रों की एकता और अखंडता को महत्व देते हैं. वह बोले कि हम अपने युवाओं को उज्जवल भविष्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.


सात आसियान देशों के साथ डायरेक्ट फ्लाइट कनेक्टिविटी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैंने भारत की एक्ट-ईस्ट नीति की घोषणा की थी. पिछले एक दशक में इस नीति ने भारत और ASEAN देशों के संबंधों को नई ऊर्जा, दिशा और गति दी है. पिछले 10 वर्षों में ASEAN क्षेत्रों के साथ हमारा व्यापार लगभग दो गुना होकर 130 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है. आज भारत ने 7 ASEAN देशों के साथ डायरेक्ट फ्लाइट कनेक्टिविटी है और जल्द ही ब्रुनेई के साथ भी सीधी उड़ानें शुरू होंगी.


भारत और आसियान की मित्रता है खास


वह बोले, " मेरा मानना ​​है कि 21वीं सदी इंडिया और ASEAN देशों की सदी है. आज जब दुनिया के कई हिस्सों में संघर्ष और तनाव की स्थिति है. भारत और आसियान की मित्रता, संवाद और सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है. 


रामलीला का भी लिया आनंद


पीएम मोदी जब लाओस पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया. उन्होंने वहां रामलीला का भी आनंद लिया. लाओस एक बुद्धिष्ट देश है और वहां कि हिंदू आबादी को लेकर कोई ऑफिशियल डेटा मौजूद नहीं है. रामलीला को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय का ये कहना है कि ये आयोजन दोनों देशों की सभ्यता और सदियों पुराने संबंधो को दर्शाता है.


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