नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी सप्ताह जापान के ओसाका में होने वाली जी-20 शिखर बैठक के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के साथ अलग से द्विपक्षीय बैठक करेंगे. सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. मोदी 28-29 जून को 14वें जी 20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं.
इस दौरान प्रधानमंत्री रूस-भारत-चीन (आरआईसी) और जापान-अमेरिका-भारत (जेएआई) त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेंगे. इसके अलावा उनकी ब्रिक्स देशों के नेताओं के साथ भी बैठक होगी. जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की करीब दस द्विपक्षीय बैठकें होंगी. वह जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के साथ भी बैठक करेंगे. सूत्रों ने बताया कि दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की ट्रंप के साथ यह पहली बैठक होगी. दोनों देशों के मजबूत होते रणनीतिक संबंधों के बीच इस बैठक पर सभी की निगाह है. दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं की इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु भारत के शेरपा होंगे.
प्रभु ने पिछले सप्ताह कहा था कि शिखर सम्मेलन में मुक्त व्यापार और आर्थिक वृद्धि, वैश्विक अर्थव्यवस्था, कराधान, वित्त, डिजिटल अर्थव्यवस्था और कृत्रिम मेधा, समावेशी और स्थिर विश्व, ऊर्जा और पर्यावरण, समाज 5.0, गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे, वैश्विक स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, समुद्री प्लास्टिक कचरे जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श होगा. बैठक में भारत के एजेंडा के बारे में पूछे जाने पर प्रभु ने कहा था कि हम ऊर्जा सुरक्षा, वित्तीय स्थिरता, बहुपक्षवाद में सुधार और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार जैसे मुद्दे उठाएंगे.
जी-20 देशों में अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं.
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