इस्लामाबाद: मुश्किलों से घिरे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ पनामागेट मामले में पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय आज फैसला सुनाएगा. सर्वोच्च अदालत की ओर से देर शाम जारी सूची के अनुसार फैसला कल सुबह 11:30 बजे सुनाया जाएगा.


फैसला सुनाने की बात बहुत सारे लोगों के लिए हैरान करने वाली रही क्योंकि पहले कहा गया था कि न्यायालय की दो सप्ताह की कार्य सूची में पनामा मामाला शामिल नहीं है.


शरीफ के परिवार पर आरोप है कि उन्होंने देश में बड़े पैमाने पर पैसे बनाए और उससे विदेशों में संपत्ति अर्जित की. ये आरोप संयुक्त जांच दल (जेआईटी) ने अपनी रिपोर्ट में सही पाया है.


अगर पनामा केस में अगर नवाज शरीफ दोषी पाए जाते है तो पद तो जाएगा ही, वो कानूनी मुश्किल में फंस जाएंगे. दरअसल, जेआईटी की रिपोर्ट के हिसाब से ही नवाज़ पर कानूनी कार्रवाई चल हो रही है. रिपोर्ट में अपने पिता के कारोबार में स्पष्ट हिसाब-किताब न होने का दोष साबित हुआ है.


नवाज़ के भाई बच निकले 


हालांकि, नवाज़ के भाई शाहबाज़ शरीफ़ इस सारे मामले में साफ़ तौर पर बच निकले हैं. हालांकि इस बारे में खुलकर बात तो नहीं हो रही लेकिन इस तथ्य की दबी गूंज इस्लामाबाद के प्राइम मिनिस्टर हाउस में आजकल अक्सर सुनाई दे जाती है.


इस बात से आम लोगों को शायद हैरानी हो लेकिन मुस्लिम लीग में ये आम धारणा है कि शाहबाज़ शरीफ़ का पाकिस्तानी सत्तातंत्र के साथ अपने बड़े भाई की तुलना में बेहतर संबंध है. मुस्लिम लीग के नेताओं में ये बात चर्चा-ए-आम है कि परवेज़ मुशर्रफ़ ने शाहबाज़ शरीफ़ को प्रधानमंत्री बनाने की पेशकश की थी, उसके बाद राहील शरीफ़ से भी उनकी 'बातचीत' चलती रही और अब जनरल क़मर जावेद बाजवा भी उनके सीधे संपर्क में हैं.