Pakistan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने कहा कि नौ मई को कुछ वीभत्स घटनाएं घटीं, जिन्होंने पाकिस्तान को शर्मसार किया है. साथ ही इन घटनाओं ने पाकिस्तान को बदनाम करने का काम किया. बैठक में सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल साहिर शमशाद मिर्जा मौजूद रहे.


शहबाज शरीफ ने कहा कि 9 मई को देश के इतिहास के सबसे काले अध्याय के रूप में याद किया जाएगा. मंगलवार को पीएम ने एक बार फिर संकल्प लिया कि देश में आगजनी और तोड़फोड़ करने वाले योजनाकारों और नेताओं को बख्शा नहीं जाएगा. जिन्होंने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया है, जिन्होंने हमारे शहीदों का अपमान किया है उन्हें दंडित किया जाएगा.


जिन्ना हाउस सिर्फ एक इमारत नहीं: PM


शहबाज शरीफ ने बैठक के दौरान कहा कि हम सभी यह सोचने पर मजबूर हैं कि पाकिस्तान को आग लगाने के पीछे कौन सी विचारधारा, समूह या व्यक्ति जिम्मेदार है. उन्होंने आगे कहा कि जिन्ना हाउस सिर्फ एक इमारत नहीं है. इसमें पाकिस्तान की रक्षा करने वाले बेटों को रखा गया है. उन्होंने इसे नष्ट कर दिया. पाकिस्तान से नफरत फैलाने वालों ने वास्तव में इसे राख में बदल दिया.


जो दुश्मन नहीं कर पाए, वो हो गया: पीएम 


पीएम ने 9 मई की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कानूनी, संवैधानिक और प्रशासनिक उपायों को चाक-चौबंद करने का आह्वान किया. उन्होंने एक बार फिर कहा कि 9 मई के हिंसक विरोध ने पाकिस्तान को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया. इससे लोगों में जबरदस्त नाराजगी है.  


उन्होंने आगे कहा कि मुझे विश्वास है कि यह बैठक पाकिस्तानी सेना के साथ एकजुटता को दर्शाती है. शहबाज शरीफ ने कहा कि जिसने भी देश को जलाने की योजना बनाई और तोड़फोड़ को उकसाया, वे निश्चित रूप से आतंकवाद के दोषी हैं. उन्होंने 9 मई को ऐसा कुछ किया, जो दुश्मन पिछले 75 वर्षों में नहीं कर सका. 


 ये भी पढ़ें: Imran Khan Case: परिवार कर रहा था जेल के बाहर इंतजार, छूटते ही इमरान खान की पार्टी की नेता फिर हुईं गिरफ्तार