Pakistan Economy Crisis: पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान राजनीतिक संकट के दौर से गुजर रहा है. ऐसे में पाकिस्तान पर डिफॉल्टर होने का खतरा लगातार मंडरा रहा है. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उम्मीद जताई कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) 6.7 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज को फिर से शुरू करेगा.
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद वैश्विक ऋणदाता की ओर से निर्धारित सभी पूर्व शर्तों को पहले ही पूरा कर चुका है. पीएम का यह बयान वित्त मंत्री इशाक डार की ओर से वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 14 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये का बजट पेश करने के बाद आया है. सरकार ने दावा किया है कि उसने इस बजट को आईएमएफ के साथ साझा किया है.
पाकिस्तान को जल्द मिलेगी राहत: PM
ऐसे में पाकिस्तान के पीएम को उम्मीद है कि देश के बजट से आईएमएफ हो सकता है, जिससे नकदी की तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए अधिक राहत राशि मिल पाएगी. पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) गठबंधन सरकार के संघीय मंत्रिमंडल को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि नौवीं समीक्षा जल्द पूरी हो जाएगी.
बाढ़ के कारण टूट गया पाकिस्तान
अपने सम्बोधन के दौरान शहबाज शरीफ ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण आई विनाशकारी बाढ़ के कारण देश की अर्थव्यवस्था को 30 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट ने भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में वस्तुओं की कीमतों को बढ़ा दिया है, जिसका प्रभाव पाकिस्तान पर पड़ा है.
राजनीतिक अस्थिरता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि किसी देश की मजबूत आर्थिक वृद्धि उसकी राजनीतिक स्थिरता से जुड़ी होती है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार महंगाई के कारण आम आदमी को हो रही दिक्कतों से वाकिफ है. उन्होंने आगे कहा, 'हमें वेतनभोगी वर्ग के साथ-साथ पेंशनभोगियों का भी ध्यान रखना होगा ताकि वे अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा कर सकें.'
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