लाहौर: पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल - एन) के उम्मीदवार और पंजाब प्रांत के पूर्व मंत्री हारून सुल्तान ने यह कहकर विवाद पैदा कर दिया है कि महिलाओं के लिए मतदान करना ‘हराम ’ है.
सुल्तान पाकिस्तान तहरीक - ए - इंसाफ पार्टी की महिला प्रत्याशी जेहरा बासित सुल्तान के खिलाफ नेशनल असेंबली की एनए 18 सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. जेहरा के बारे में बताया जाता है कि वह सुल्तान की भाभी हैं. सुल्तान पंजाब में पीएमएल-एन सरकार में सामाजिक कल्याण मंत्री थे.
‘ द न्यूज ’ की खबर के मुताबिक , अपने निर्वाचन क्षेत्र मुजफ्फरगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए सुल्तान ने कहा कि वह मजहब के निर्देशों का पालन करेंगे और किसी भी महिला उम्मीदवार को वोट नहीं देंगे , क्योंकि इसे हराम (इस्लाम में मना) माना जाता है.
उन्होंने कहा , ‘मैं अल्लाह और नबी के निर्देशों के तहत काम करूंगा और इसके विपरीत काम करने से बचूंगा. ’ पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने इस निर्वाचन क्षेत्र से नवाज इफ्तिखार खान को उतारा है.
पाकिस्तान में मतदान संवैधानिक अधिकार है लेकिन लाखों महिलाओं को पुरूष मताधिकार का इस्तेमाल नहीं करने देते हैं.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पी एम एल एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ तीन प्रांतों के चार निर्वाचन क्षेत्रों-एन ए-132 (लाहौर), एन ए-192 (डेरा गाजी खान), एन ए-249 (कराची) और एन ए-3 (स्वात) से चुनाव लड़ रहे हैं.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं की 849 सामान्य सीटों पर 25 जुलाई को होने जा रहे चुनाव में 11,855 उम्मीदवार मैदान में हैं. पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है. इसके अनुसार नेशनल असेंबली की 272 सामान्य सीटों पर 3,459 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और चार प्रांतीय विधानसभाओं की 577 सामान्य सीटों पर 8,396 उम्मीदवार मैदान में हैं.
नेशनल असेंबली लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित इकाई है जिसमें कुल 342 सदस्य होते हैं. इनमें से 272 सीधे निर्वाचित किए जाते हैं, जबकि 60 सीट महिलाओं और 10 सीट धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं. डॉन अखबार ने लिखा है कि आंकड़ों से पता चलता है कि इस बार के चुनाव में 2013 के आम चुनाव के मुकाबले उम्मीदवारों की संख्या में काफी कमी आई है. 2013 में 15,629 उम्मीदवार मैदान में थे जिनमें से 4,671 उम्मीदवार नेशनल असेंबली के लिए और 10,958 उम्मीदवार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए थे.