वाशिंगटन: अमेरिका की एक अदालत ने नीरव मोदी के मालिकाना हक वाली कंपनी फायरस्टार डायमंड से लेनदारों के ऋण संग्रह पर अंतरिम रोक लगा दी है. इस कंपनी ने दिवालिया घोषित होने से जुड़ी प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है. नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से करीब दो अरब डॉलर की कथित धोखाधड़ी का आरोप है. न्यूयॉर्क के सदर्न डिस्ट्रिक्ट में दिवाला अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि दिवाला प्रक्रिया के आवेदन के साथ ही संग्रह से जुड़ी अधिकतर गतिविधियों पर अपने आप ही रोक लग गई है.


फायरस्टार डायमंड ने अमेरिका में दिवालिया कानून के तहत संरक्षण का दावा किया है. फायरस्टार डायमंड इंक ने अदालत में 'चैप्टर 11' याचिका दायर की. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक उसका ​परिचालन अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया और भारत सहित कई देशों में फैला है. उसने अपनी मौजूदा स्थिति के लिए नकदी और सप्लाई चेन में दिक्कतों को जिम्मेदार बताया है.


अदालत में दाखिल दस्तावेजों के मुताबिक कंपनी ने 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति और कर्ज का जिक्र किया है. नीरव मोदी, उसके मामा मेहुल चौकसी और उनसे जुड़ी फर्मों पर पीएनबी से 12,717 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप हैं.