UNHRC में PoK और खैबर पख्तूनख्वा के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान की खोली पोल, पुलवामा हमले की भी निंदा की
पीओके, सिंध और खैबर पख्तूनख्वा के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने यूएनएचआरसी की बैठक में पाकिस्तान के अत्याचार की पोल खोली. कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.
संयुक्त राष्ट्र: स्वीट्जरलैंड के जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके), सिंध और खैबर पख्तूनख्वा के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने पुलवामा हमले की कड़ी निंदा की है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (यूएनएचआरसी) की बैठक में पीओके के एक्टीविस्ट शौकत अली ने पाकिस्तान से आतंकी कैंप खत्म करने की मांग की.
यूनाइटेड कश्मीर पिपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) के चेयरमैन अली ने पाकिस्तानी सेना पर आरोप लगाया कि आतंकवाद का इस्तेमाल कर वह भारत के खिलाफ छद्म युद्ध कर रही है. उन्होंने कहा, ''पाकिस्तानी सेना के अधिकारी कश्मीरी से खुलकर कहते हैं कि वह हल्के हथियारों की बजाय आत्मघाती हमले को अंजाम दें. यह सबकुछ पाकिस्तानी आर्मी के रिटायर्ड अधिकारियों द्वारा कहा जाता है. यह खतरनाक स्थिति है.''
पीओके के एक अन्य एक्टीविस्ट ने कहा, ''हम 71 साल के इतिहास में एक के बाद एक हमलों के गवाह रहे हैं. पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों (भारत-पाकिस्तान) देशों में तनाव काफी बढ़ा है. दोनों देश परमाणु शक्ति से संपन्न है. अगर कुछ भी गलत होता है तो यह काफी खतरनाक होगा.''
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आपको बता दें कि पुलवामा में 14 फरवरी को पाकिस्तानी आतंकियों के हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के जवाब में भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी कैंप पर एयर स्ट्राइक के जरिए हमला किया.