इतिहास की सबसे बड़ी पौंजी स्कीम के मास्टरमाइंड मैडॉफ का जेल में निधन, जानिए उसके काले कारोबार का सच
एक समय मैडॉफ अमेरिका में निवेशकों का चेहेता शेयर दलाल था. उसके ग्राहकों में नोबल पुरस्कार विजेता और फिल्ममेकर स्टीवन स्पीलवर्ग भी शामिल थे.
इतिहास में सबसे बड़ी पौंजी स्कीम में ठगी करने वाला मास्टरमाइंड अपराधी बर्नार्ड एल मैडॉफ का अमेरिका के एक जेल में निधन हो गया. मैडॉफ 82 साल का था. एक समय वह अमेरिका में निवेशकों का चेहेता शेयर दलाल था जो उच्च मुनाफा दिलाने के लिए जाना जाता था लेकिन बाद में वह निवेशकों को ऊंचे लाभ का झांसा देकर ठगी करने की सबसे बड़ी योजना चालाने का अपराधी बन बैठा. उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया था और जेल की सजा काट रहा था. उसकी मृत्यु की सूचना मैडाफ को जानने वाले एक कैदी ने बुधवार को दी.
कई बीमारियों से पीड़ित था
उस व्यक्ति ने कहा कि मैडाफ की मृत्यु उत्तरी कैरोलिना में फेडरल मेडिकल सेंटर में हुई. उसके अनुसार मैडॉफ की मौत जाहिर तौर पर एक सामान्य मौत थी. उस व्यक्ति ने अपना नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर यह जानकारी दी. मैडाफ के वकीलों ने पिछले साल कोविड19 संकट के समय उसे जेल से छुड़वाने की अदालत में अर्जी लगायी थी. अर्जी में कहा गया था कि 82 वर्षीय मैडाफ कई तरह की बीमारियों से पीड़ित है.
कई साल तक निवेशकों के लिए संत बना रहा
अमेरिका में कई साल तक मैडॉफ निवेशकों के लिए जबर्दस्त मुनाफा दिलाने वाला संत बना रहा. उसके पास हजारों ग्राहक थे, दुनिया के कई हिस्सों में घर था, अपनी जहाजें थीं. एक समय वह वाल स्ट्रीट का वैध कारोबारी था. उनके ग्राहकों में नोबल पुरस्कार विजेता से लेकर ह़ॉलीवुड की कई नामचीन हस्तियां शामिल थीं. फिल्ममेकर स्टीवन स्पीलबर्ग, एक्टर केविन बेकन, कायरा सेजविक उसके ग्राहक हुआ करते थे.
इस दौरान उसने अपने ग्राहकों को रिटायरमेंट के बाद जबर्दस्त बचत, बच्चों के सुरक्षित भविष्य और वित्तीय सुरक्षा का लालच देकर अरबों उठा लिया और बाद में इसका गबन कर लिया. 16 साल मैडॉफ अपने ग्राहकों से ऊंचा मुनाफा देने के नाम पर ढगता रहा लेकिन कभी पैसा वापस नहीं किया.
2008 में भांड़ा फूटा
2008 में जब वैश्विक आर्थिक मंदी आई तब उसका सारा भांडा फूट गया. उसने अपने दोनों बेटों को बताया कि उसके पास जो अरबों की संपत्ति और निवेशकों के भारी-भरकम पोर्टफोलियो है, वह सब झूठ का पुलिंदा है. बाद में दोनों बेटों ने मैडॉफ को अधिकारियों के हवाले कर दिया. कोर्ट ने उसे 150 साल की सजा सुनाई थी. मैडॉफ ने कई दशकों में निवेशकों के साथ अरबों डालर की धोखाधड़ी की थी.
अदालत द्वारा नियुक्त न्यासी ने अनुमानित 17.5 अरब डॉलर के गबन में से 13 अरब डॉलर की वसूली कर चुका है. जब उसे पकड़ा गया था उस समय फर्जी खातों के जरिए वह अपने ग्राहकों को बताता था कि उनकी कंपनी के पास सम्पत्ति 60 अरब डॉलर के बराबर है.