Pope Francis wants to go to Moscow: पोप फ्रांसिस ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने यूक्रेन युद्ध को लेकर मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक करने का अनुरोध किया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. पोप ने इटली के कोरिएरे डेला सेरा अखबार को बताया कि उन्होंने पुतिन को एक संदेश भेजा था जिसमें कहा गया था कि "मैं मॉस्को जाने के लिए तैयार हूं". उन्होंने कहा, "हमें अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है और हम अभी भी जोर दे रहे हैं, हालांकि मुझे डर है कि पुतिन इस समय यह बैठक नहीं कर सकते हैं और न ही ऐसा चाहते हैं."
पोप ने बार-बार यूक्रेन में शांति का आह्वान किया है और एक "क्रूर और संवेदनहीन युद्ध" की निंदा की है, लेकिन कभी भी पुतिन या मॉस्को का नाम नहीं लिया. रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख ने यह भी कहा कि वह जल्द ही यूक्रेन की यात्रा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, "मैं अभी के लिए कीव नहीं जा रहा हूं. मुझे लगता है कि मुझे नहीं जाना चाहिए. मुझे पहले मास्को जाना है, मुझे पहले पुतिन से मिलना है."
पोप फ्रांसिस ने यह भी कहा कि रूसी ऑर्थोडॉक्स पैट्रिआर्क किरिल, रूसी राष्ट्रपति के करीबी सहयोगी, "पुतिन के ऑल्टर बॉय नहीं बन सकते." बता दें ऑर्थोडॉक्स चर्च के साथ संवाद, जो 1054 में कैथोलिक चर्च से अलग हो गया, फ्रांसिस के परमधर्मपीठ की एक घोषित प्राथमिकता है.
हालांकि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से, शांति के लिए पोप का आह्वान, किरिल के दृष्टिकोण के विपरीत है. किरिल ने यूक्रेन में पुतिन के "सैन्य अभियान" और रूस की "बाहरी और आंतरिक दुश्मनों" के खिलाफ लड़ाई का बचाव किया है.
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