अमेरिका की चर्चित मॉडल हलीमा एदेन ने इस्लाम की खातिर फैशन इंडस्ट्री को अलविदा कहने का ऐलान किया है. उनका कहना है कि इस्लामिक विश्वास और मान्यताओं से समझौता करने पर उन्हें मजबूर होना पड़ा. भारत में ही बीते कुछ दिनों पहले अभिनेत्री सना खान ने भी मजहब की खातिर फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया है.


इस्लाम की खातिर अमेरिकी मॉडल ने छोड़ा फैशन इंडस्ट्री


23 वर्षीय मॉडल दुनिया की नामी-गिरामी फैशन पत्रिकाओं के कवर पेज पर जगह बना चुकी हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्होंने कहा, "एक 'हिजाबी' होना वास्तव में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव भरा सफर है." इंस्टाग्राम पर लिखते हुए उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से फैली महामारी ने उन्हें ठहर कर सोचने का मौका दिया है. बतौर एक मुस्लिम महिला होने के उनकी क्या मान्यताएं हैं. शुक्र है कोविड-19 का कि उसने ग्लैमर की दुनिया से अलग होने का मौका दिया.


हलीमा एदेन पत्रिकाओं के कवर पेज पर बना चुकी हैं जगह


एदेन ने कहा, "मैंने आखिरकार महसूस किया कि मैंने कहां अपने हिजाब के सफर में गलती की थी." धार्मिक विश्वास के खिलाफ मॉडलिंग पेशा को अपनाने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं जोखिम से ज्यादा अवसर के बारे में ध्यान देने पर खुद को जिम्मेदार मानती हूं. पीछे मुड़कर देखती हूं तो पाती हूं कि मैंने गलती की थी और अब कभी नहीं करूंगी. गलती सीखने के अनुभव का हिस्सा थी. मेरे आगे गलतियों पर टोकने वाला कोई नहीं था."


 हालांकि, उन्होंने हिजाब में रहकर मॉडलिंग करने का दरवाजा खुला रखा है. लेकिन साथ ही ये शर्त भी लगा दी कि ये उनका अपना मानक है. अगर कोई इसके साथ काम करने का इच्छुक है तो उन्हें कॉल कर सकता है वरना ऑफर मत दे. उनके निजी फैसले पर उन्हें मॉडल जगत से समर्थन मिल रहा है. मॉडल बहनें बेला और गिगी हदीद के अलावा रिहाना ऑनलाइन ने फैसले का सम्मान किया.


हलीमा एदेन का जन्म केन्या के शरणार्थी कैंप में हुआ था. छह साल की उम्र में उनके माता-पिता सोमालिया छोड़कर अमेरिका बस गए थे. अंतरराष्ट्रीय मॉडलिंग एजेंसी के लिए उन्होंने 18 साल की उम्र में काम किया. फैशन शो में हिजाब पहन कर उतरनेवाली एदेन पहली महिला थीं.


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