बीजिंग: टेलीफोन बातचीत में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल को कथित तौर पर नीचा दिखाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कार्रवाई की रिपोर्टों के कुछ ही दिन बाद चीन ने घोषणा की कि ‘राजनीतिक विश्वास मजबूत करने’ उसके विदेश मंत्री वांग यी अगले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर जाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व कूटनीतिक मंच में जो उथल पुथल मचायी है उसके मद्देनजर अब चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच रिश्ते मज़बूत होने की उम्मीद है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने बताया कि वांग 7-10 फरवरी तक ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की यात्रा करेंगे.


चीनी न्यू ईयर के बाद यह वांग की पहली विदेश यात्रा है और इस मायने में अहम है कि यह ट्रंप-टर्नबुल टेलीफोन बातचीत के बाद हो रही है. ट्रंप और टर्नबुल की टेलीफोन बातचीत करीब एक घंटे तक चलनी थी लेकिन इमिग्रेंट मुद्दे पर असहमति के बाद ट्रंप ने फोन काट दिया. चीन अब एक ‘मजबूत सहयोगी’ के साथ को अमेरिका के द्विपक्षीय कूटनीतिक परिदृश्य उलटेगा. लू ने कहा कि यह यात्रा दिखाती है कि चीन ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने रिश्तों को ‘कितना महत्व देता है.’

बताते चलें कि ऑस्ट्रेलिया अमेरिका का सहियोगी देश है और साउथ चाइना सी जैसे मुद्दों पर वो चीन के खिलाफ अमेरिका के साथ खड़ा रहा है लेकिन ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका के संबंध दुनिया के साथ तेज़ी से बदल रहे हैं. इसका असर साफ नज़र आ रहा है. ऑस्ट्रेलियाई पीएम मैल्कम टर्नबुल और अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप के बीच हुई इस नोंक-झोंक का चीन फायदा उठाना चाहेगा. इससे भारत के वैश्विक रुख पर भी असर पड़ने के आसार हैं.