तेहरान: ईरान में राष्ट्रपति से लेकर आम लोगों तक ने दिवंगत नेता और पूर्व राष्ट्रपति अकबर हाशेमी रफसंजानी को श्रद्धांजलि अर्पित की. रविवार को 82 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था.


राष्ट्रपति हसन रूहानी और उनका प्रशासन आज उत्तरी तेहरान की मस्जिद में पहुंचा जहां रफसंजानी का पार्थिव शरीर लाया गया है. रफसंजानी के परिजन समेत शोकाकुल लोग उनके ताबूत के पास सुबक रहे थे और उसे छूने की कोशिश कर रहे थे. ईरान के अखबारों ने रफसंजानी की पूरे-पूरे पन्नों की तस्वीरें छापी जबकि सरकारी टेलीविजन ने उनके भाषण दिखाए. कल रफसंजानी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.


देश तीन दिन का शोक मना रहा है. रफसंजानी का अंतिम संस्कार मंगलवार को होगा. आज सत्र शुरू होने पर संसद के स्पीकर अली लारीजानी ने दिवंगत नेता को श्रृद्धांजलि अर्पित की. तेहरान के निवासियों ने भी रफसंजानी के निधन से हुई क्षति के प्रति शोक जताया. एक रियल एस्टेट एजेंट मजियर रेजाई ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि उनकी जगह कौन ले पाएगा. उन्होंने इतने लंबे समय तक ईरान को कट्टरपंथियों से बचाकर रखा.’’


पेशे से दर्जी जहरा कुरबानी ने कहा कि उसे उसके बच्चों के भविष्य की चिंता है. उसने रफसंजानी को ऐसा व्यक्ति बताया ‘‘जिसने हमेशा ईरान के संबंध पड़ोसियों और दुनिया के साथ बेहतर बनाने की कोशिश की.’’ रफसंजानी वर्ष 1989 से 1997 तक राष्ट्रपति पद पर थे. इस दौरान ईरान में उल्लेखनीय बदलाव आए. तब, 1980 में इराक युद्ध के बाद देश अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए संघर्ष कर रहा था.