नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में फूट के बाद बने एक धड़े के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने बुधवार को आगाह किया कि अगर प्रधानमंत्री के पी शर्मा ने अपनी गलतियां ठीक नहीं की तो 10 लाख लोग सिंह दरबार और बलुवतार का घेराव करेंगे. संसद को भंग किए जाने के खिलाफ प्रचंड धड़े के नेतृत्व में राजधानी में हजारों लोगों ने बड़ी रैली निकाली. काठमांडू के भृकुटिमंडप में अपने धड़े द्वारा आयोजित रैली में प्रचंड ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ओली ने संविधान की हत्या कर दी और लोग इसे अब अच्छी तरह समझ रहे हैं.’’


प्रचंड ने आगाह किया कि अगली विरोध रैली में वह दस लाख लोगों को गोलबंद करेंगे, जो कि प्रधानमंत्री के कार्यालय सिंह दरबार और उनके आधिकारिक आवास बलुवतार का घेराव करेंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री ओली से मिथ्या बयान देकर लोगों को गुमराह करने और चुनाव आयोग को धमकाने एवं अन्य संवैधानिक संस्थाओं को प्रभावित करने से बाज आने को कहा.


प्रचंड ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की ओर से चुनाव आयोग और उच्चतम न्यायालय पर दबाव बनाया जा रहा है. यह अच्छे संकेत नहीं हैं.’’ प्रचंड संसद को भंग किए जाने के प्रधानमंत्री के विवादित फैसले के खिलाफ सरकार विरोधी आंदोलन चला रहे हैं. उसी के तहत इस रैली का आयोजन हुआ. कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित रैली में प्रचंड खेमे के करीब 50,000 समर्थक शामिल हुए.


रैली को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल और झलनाथ खनाल ने संसद को भंग किए जाने के ओली के फैसले की आलोचना की. प्रचंड के साथ सत्ता की खींचतान के बीच ओली ने चकित करने वाला कदम उठाते हुए 20 दिसंबर को प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया था.