Chandrayaan 3: चंद्रमा की सतह पर प्रज्ञान रोवर ने किया कमाल, शिवशक्ति प्वाइंट से धरती पर भेजी महत्वपूर्ण जानकारी
Chandrayaan 3: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान की तरफ से चंद्रमा पर भेजे गए प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा पर बड़ी खोज की है. इसको लेकर इसरो ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है.
![Chandrayaan 3: चंद्रमा की सतह पर प्रज्ञान रोवर ने किया कमाल, शिवशक्ति प्वाइंट से धरती पर भेजी महत्वपूर्ण जानकारी Pragyan Rover running on the surface of Moon sent important information to Earth from Shivshakti Point Chandrayaan 3: चंद्रमा की सतह पर प्रज्ञान रोवर ने किया कमाल, शिवशक्ति प्वाइंट से धरती पर भेजी महत्वपूर्ण जानकारी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/03/a61ae78989ccf4d04cca13a378876fcd1719992969840945_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Chandrayaan-3: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने चंद्रयान-3 को लेकर बड़ी खुशखबरी साझा की है. इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर के जरिए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचे प्रज्ञान रोवर ने शिव शक्ति पॉइंट से अहम जानकारी भेजी है. प्रज्ञान ने चंद्रमा पर मौजूद चट्टानों और उनके टुकड़ों की उत्पत्ति से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है. इसरो ने बताया कि प्रज्ञान रोवर ने लैंडिग वाली जगह के पास गड्ढों को देखा है और उसके आस-पास पत्थर के टुकड़े फैले हुए हैं. प्रज्ञान ने एक चंद्र दिवस में करीब 103 मीटर की दूरी तय की है.
इसरो ने बताया कि प्रज्ञान से मिली जानकारी चंद्र अन्वेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि प्रज्ञान से मिली जानकारी पिछली खोजों से जुड़ी हुई हैं. दरअसल, 27 किलो वजनी प्रज्ञान रोवर को इसरो ने विक्रम लैंडर में रखकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भेजा था. प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की मिट्टी का विश्लेषण करने के लिए आधुनिक कैमरों और अन्य उपकरणों से लैस है. यह अपने साथ इसरो का लोगो और भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी साथ ले गया है.
प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा से भेजी जानकारी
प्रज्ञान रोवर से मिली जानकारी का जब अध्यन किया गया तो पता चला कि जिस स्थान पर विक्रम लैंड किया था, वहां से जब पश्चिम की तरफ 39 मीटर की दूरी पर प्रज्ञान पहुंचा तो पत्थरों के कुछ बड़े टुकड़े दिखाई दिए. इस अध्यन में कहा गया है कि ये टुकड़े चंद्रमा पर स्थित एक 10 मीटर व्यास के गड्ढ से निकले हो सकते हैं. साल 2024 की शुरुआत अहमदाबाद में ग्रहों, एक्सोप्लैनेट्स और हैबिटेबिलिटी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें चंद्रमा पर हुए अध्ययन को लेकर शोध प्रस्तुत किया गया. इसमें बताया गया है कि शिवशक्ति पॉइंट से 39 मीटर आगे जब रोवर बढ़ा तो उसे वे चट्टानें मिली जो आकार में काफी बड़ी थी.
भारत लॉन्च करेगा चंद्रयान मिशन-4
प्रज्ञान रोवर को चंद्रमा पर जो चट्टाने मिली हैं, वो 1 सेंटीमीटर से लेकर 11.5 सेंटीमीटर की हैं. चंद्रमा की सतह पर ये चट्टाने के टुकड़े बिखरे हुए हैं. इन चट्टानों में से किसी की लंबाई 2 मीटर से अधिक नहीं थी. इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने हाल ही में कहा था कि भारत अगला मून मिशन चंद्रयान-4 है. यह शिवशक्ति पॉइंट से चंद्रमा का नमूना लेकर धरती पर वापस आएगा.
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