नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने व्यक्तिगत नुकसान को पीछे रख कर देश को तरक्की के मार्ग पर आगे ले जाने के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को सराहना की. बांग्लादेश में सैन्य तख्तापलट में शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान सहित परिवार के 16 लोग मारे गए थे.


मोदी ने कहा, ‘‘क्या कोई कल्पना कर सकता है कि जब आपके परिवार के 16 सदस्यों की हत्या कर दी गई हो? और परिवार की एक बेटी ने सोनार बांग्ला (स्वर्णिम बांग्लादेश) के सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष किया हो. यह सामान्य बात नहीं है. वह (हसीना) चट्टान की तरह खड़ी हैं और अपने देश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए काम कर रही हैं.’’


प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं उनके साहस की सराहना करता हूं. जिस तरीके से उन्होंने अपने आप को और अपने देश को खराब वक्त से बाहर निकाला. बहुत कम लोगों के पास ऐसा साहस होता है.’’ मोदी एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे जिसमें हसीना ने 1971 में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान शहीद हुए जवानों के परिजनों को सम्मानित किया.


मोदी ने कहा कि बांग्लादेश ने आजादी के बाद अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय उन्नति की है. उन उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि 1971 से बांग्लादेशी नागरिकों की औसत जीवन दर भारत के मुकाबले कई गुना बढ़ी है और 35 सालों में उसकी जीडीपी में 31 गुना वृद्धि हुयी है.


बीजेपी नेता ने कहा कि शिशु मृत्यु दर में भी खासी कमी आई है. उन्होंने कहा कि,‘‘ यह बड़े बदलाव की बात कहती है. प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व में देश आर्थिक विकास की नई हदों को पार कर रहा है.’’