Modi Reply To Justin Trudeau : PM मोदी ने जस्टिन ट्रूडो को ऐसा जवाब दिया कि हमेशा याद रखेगा कनाडा, जानें क्या कहा
Modi Reply On Canada Pm : कनाडा की तरफ से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी गई, लेकिन उसकी भाषा बिल्कुल अलग थी. जितना सपाट बधाई संदेश जस्टिन ट्रूडो ने दिया था
Modi Reply On Canada Pm : खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा और भारत के रिश्ते खराब हुए हैं. कनाडा कई बार भारत पर हत्या में शामिल होने का आरोप लगा चुका है. कनाडा की मंशा भी अब उसके प्रधानमंत्री के बयान में दिख रही है.दरअसल, 9 जून को राष्ट्रपति भवन में नरेंद्र मोदी ने तीसरी प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. भारत में फिर से नई सरकार बनने के बाद विदेशों से बधाई संदेश आए. कनाडा की तरफ से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी गई, लेकिन उसकी भाषा बिल्कुल अलग थी. जितना सपाट बधाई संदेश जस्टिन ट्रूडो ने दिया था, ठीक उसी भाषा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया है.
Thank you @CanadianPM for the congratulatory message. India looks forward to working with Canada based on mutual understanding and respect for each others concerns. https://t.co/QQJFngoMyH
— Narendra Modi (@narendramodi) June 10, 2024
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का बयान एक्स पर पोस्ट किया गया. इसमें लिखा कि 'भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी चुनावी जीत पर बधाई. कनाडा मानवाधिकारों, विविधता और कानूनों के शासन पर आधारित संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए उनकी सरकार के साथ काम करने के लिए तैयार है.
दरअसल, कनाडा ने पिछले साल आरोप लगाया कि कनाडाई नागरिक और आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ है. इसलिए उसने अपने बधाई संदेश में 'कानूनों के शासन' शब्द का इस्तेमाल किया.
पीएम मोदी ने उसी भाषा में दिया जवाब
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के बधाई संदेश उसी भाषा में जवाब दिया. मोदी ने लिखा कि 'बधाई संदेश के लिए धन्यवाद. भारत आपसी समझ और एक दूसरे की चिंताओं के प्रति सम्मान के आधार पर कनाडा के साथ काम करने को उत्सुक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दूसरे की चिंताओं के प्रति सम्मान की बात कही है. अब दोनों देशों के ट्वीट पर लोग भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कुछ यूजर्स ने लिखा है कि पीएम मोदी ने जैसे को तैसा वाला जवाब दिया है. पीएम मोदी ने अपने रिप्लाई में यह बताने की कोशिश की है कि कनाडा भारत की चिंताओं पर काम करे. अगर ऐसी गतिविधियां जारी रहती हैं तो भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव बढ़ सकता है.