Mohammed Bin Salman: सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर बड़ा आरोप लगा है. सऊदी अरब के पूर्व खुफिया अधिकारी साद अल-जाबरी ने मोहम्मद बिन सलमान पर जाली हस्तक्षार का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि एक शाही फरमान पर प्रिंस ने अपने पिता किंग सलमान का जाली हस्ताक्षर किया. इसी फरमान की वजह से यमन में युद्ध की शुरुआत हुई. सद अल जाबरी ने यह बात बीबीसी को एक दिए एक इंटरव्यू में कहा है. इसके अलावा उन्होंने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को दिए एक बयान में भी यह बात कही है. 


अल जाबरी ने कहा कि प्रिंस ने यह हस्ताक्षर बगैर अपने पिता को बताए किया था. मौजूदा समय में अल जाबरी कनाडा में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं. लंबे समय से सऊदी अरब की सरकार के साथ उनकी दुश्मनी चल रही है. जाबरी के दो बच्चे सऊदी अरब की जेल में बंद हैं. जाबरी ने आरोप लगाया है कि उनके बच्चों को जेल में बंद करके सऊदी की सरकार उन्हें देश बुलाने के लिए मजबूर कर रही है. जाबरी ने आरोप क्राउन प्रिंस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्हें मारना चाहते हैं. 


जाबरी ने खुद को बताया सऊदी के लिए समर्पित
एपी की रिपोर्ट में जाबरी ने कहा है कि 'क्राउन प्रिंस ने उन्हें मारने की पूरी योजना बनाई है. जब तक मुझे मार नहीं दिया जाता उन्हें शांति नहीं मिलेगी. मुझको इस बात में कोई शक नहीं है.' जाबरी ने कहा कि वे अपने बच्चों को कैद से छुड़ाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे देश विरोधी नहीं हैं, बल्कि देश के उच्च स्तर के अधिकारी हैं और सऊदी अरब की रक्षा के लिए समर्पित हैं. 


सऊदी अरब ने जाबरी को बताया बदनाम अधिकारी
अल जाबरी ने दावा किया है कि सऊदी गृह मंत्रालय के एक विश्वसनीय सूत्र ने उन्हें बताया कि जब प्रिंस देश के रक्षा मंत्री थे, तब उन्होंने बगैर अपने पिता को बताए एक शाही फरमान पर हस्ताक्षर किया. जाबरी ने बताया कि इसी फर्जी हस्ताक्षर की वजह से सऊदी अरब यमन में जमीनी हमला के प्लान पर आगे बढ़ा. सऊदी सरकार ने अल जाबरी के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है. साथ ही कहा कि वे बदनाम अधिकारी हैं. 


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