नई दिल्ली: ईरान में तेल की कीमतों को बढ़ाए जाने के बाद विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. लोग सड़कों पर उतर कर विरोध कर रहे हैं. सब्सिडी कम करने के बाद पेट्रोल के दाम 50 फीसदी तक बढ़ गए हैं. जिसका जनता ने विरोध किया है. अमेरिका के प्रतिबंधों के बाद कई समस्याओं से जूझ रहे ईरान में अब तेल की बढ़ी हुई कीमतों से एक नई समस्या खड़ी हो गई है.
बता दें कि अमेरिका ने ईरान पर वर्ष 2015 से आर्थिक पांबदियां लगा रखी हैं. अमेरिका के इस रूख के बाद ईरान की अर्थ व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. इन समस्याओं से बचने के लिए ईरान ने तेल की कीमतों में वृद्धि करने का एलान किया है. इसके पीछे ईरान सरकार का कहना है कि वह कल्याणकारी योजनाओं के लिए धन की बचत करना चाहती है.
विरोध प्रदर्शन के दौरान अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. ईरान के तेहरान, सिरजन,करमंशाह सहित आठ अन्य इलाके हैं जो इस प्रदर्शन से प्रभावित हैं. प्रदर्शन के दौरान मरने वाला व्यक्ति सिरजन शहर का बताया जा रहा है. सड़क पर कारों के इंजन का दरवाजा खोल कर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. जिससे जाम की स्थिति बन गई है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है. प्रदर्शनकारी पुलिस से समर्थन मांग रहे हैं. प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है.
दुनिया में सबसे सस्ता पेट्रोल ईरान में ही मिलता है. भारतीय मुद्रा के मुताबिक वहां पेट्रोल की कीमत 9 रुपये प्रतिलीटर है. लेकिन ईरान ने नए नियम जारी करते हुए कहा है कि अब एक वाहन मालिक एक महीने में मात्र 60 लीटर पेट्रोल ही खरीद सकता है. पहले एक माह में एक वाहन मालिक 250 लीटर तक तेल खरीद सकता था. ईरान ने दावा किया है कि उसने तेल के बड़े श्रोत का पता लगा लिया है. लेकिन फिलहाल ईरान में प्रदर्शनकारियों के तेवरों में कोई कमी नहीं देखी जा रही है.
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