न्यूयॉर्क: अमेरिका के कई शहरों में बीती रात हिंसक प्रदर्शन हुए. ओरगन के पोर्टलैंड में कोर्टहाउस के बाहर अमेरिकी एजेंटों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, वहीं सिएटल में सुरक्षाकर्मियों को प्रदर्शनकारियों की भीड़ के कारण थाने में शरण लेनी पड़ी. कैलीफोर्निया और वर्जीनिया में वाहनों में आग लग दी गयी. टेक्सास के आस्टिन में एक प्रदर्शनकारी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. चश्मदीदों के मुताबिक, वह शख्स प्रदर्शन मार्च के बीच में घुसी एक कार के पास पहुंचा था. वैसे उसके पास भी संभवत: राइफल थी. कोलोराडो के औरोरा में एक व्यक्त गोली लगने से घायल हो गया.


शनिवार और रविवार की अशांति नस्लीय नाइंसाफी और रंग के आधार पर लोगों के साथ पुलिस के बर्ताव को लेकर कई सप्ताह से जारी प्रदर्शन से पनपी थी. 25 मई को मिनियापोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस अधिकारी के हाथों मौत हो गयी थी.


प्रदर्शनकारियों ने कोर्टहाउस में लगा दी आग
सिएटल में पुलिस अधिकारियों को रविवार तड़के थाने में शरण लेनी पड़ी क्योंकि बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कैपिटल हिल इलाके में पहुंच गए थे. कैलिफोर्निया के ऑकलैंड में प्रदर्शनकारियों ने शनिवार की देर रात एक अदालत (कोर्टहाउस) में आग लगा दी, पुलिस थाने को क्षतिग्रस्त कर दिया और अधिकारियों पर हमला किया. ऑकलैंड पुलिस ने यह जानकारी दी.


ऑकलैंड पुलिस विभाग ने ट्विटर पर कहा कि प्रदर्शनकारियों ने खिड़कियों को तोड़ दिया और आतिशबाजी की. विभाग ने बताया कि प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने का कई बार आग्रह किया गया. प्रदर्शन के आयोजकों से ‘‘प्रदर्शनकारियों के लिए सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराने में मदद करने’’ को कहा गया.


प्रदर्शनकारियों की उन अमेरिकी पुलिसकर्मियों से झड़प हुई जिन्हें एक संघीय कोर्टहाउस की रक्षा के लिए तैनात किया गया था. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 25 मई को मिनियापोलिस में एक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से शुरू हुए प्रदर्शनों को शांत कराने के लिए संघीय एजेंटों को भेजा था. ये प्रदर्शन तब शुरू हुए, जब फ्लॉयड की एक पुलिस अधिकारी ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए थे. ऑकलैंड में प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ था लेकिन रात में इसने हिंसक रूप ले लिया.


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