Iran Protests Update: इस्‍लामिक मुल्‍क ईरान में हुकूमत के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शनों में हिंसा भड़कने से एक दर्जन लोगों की जान चली गई. घायलों की संख्‍या हजारों में बताई जा रही है. ईरान के ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स के मुताबिक, हुकूमत के सम‍र्थकों और पुलिस-बलों ने पिछले कुछ महीनों में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों की हत्या की है.


हिंसा की ताजा घटना ईरान के चहार-शंबे सूरी फायर फेस्टिवल की है. जैसे पंजाब में लोहिड़ी मनती है, कुछ वैसे ही वहां ये मनाया जाता है. फारसी न्यू ईयर से पहले होने वाले इस फेस्टिवल के दौरान ईरान में हुकूमत के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी.









ईरान में विरोध-प्रदर्शनों में हिंसा भड़की
विदेशी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान में 20 फरवरी से चल रहे प्रदर्शनों में अब तक करीब 27 लोगों की जानें गई हैं. वहीं, करीब 3,550 लोग घायल हुए हैं. ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स के हवाले से कहा जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों में ईरान में हुए प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोगों को निशाना बनाया गया.






22 हजार आरोपियों की रिहाई का फैसला 
ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स का कहना है कि प्रदर्शनों के दौरान करीब 530 प्रदर्शनकारियों की हत्या हुई और 20 हजार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, उसके बाद विगत 13 मार्च को ईरानी हुकूमत ने हिजाब और हुकूमत विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने वाले 22 हजार आरोपियों की रिहाई का फैसला किया. इसकी घोषणा ईरान के ज्यूडिशियरी चीफ ने की थी.






हिजाब का विरोध शुरू होने के बाद से ऐसे तेज हुए प्रदर्शन
गौरतलब है कि ईरान में पिछले साल हिजाब के विरोध में प्रदर्शन शुरू हुए थे, जिन्‍हें कट्टरपंथियों ने और हुकूमत समर्थकों ने दबाने की कोशिश की. उसी दौरान 16 सितंबर 2022 को पुलिस की गिरफ्त में  22 साल की मुस्लिम युवती महसा अमिनी की मौत हो गई थी.


पुलिस ने उसे ठीक से हिजाब न पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया था. बाद में उसे टॉर्चर किया तो वो कोमा में चली गई थी. उसकी मौत के बाद ईरान में बड़ी संख्‍या में महिलाएं सड़कों पर उतरीं.


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