Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान में मचे राजनीतिक घमासान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम आया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चीफ इमरान खान और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच लगातार राजनीतिक बयानबाजी हो रही है. ये बयानबाजी इमरान खान पर हुए जानलेवा हमले के बाद बढ़ गई है. ताजा मामले में पीटीआई नेता फवाद हुसैन हुसैन ने शहबाज शरीफ पर तंज कसा है.


चौधरी फवाद हुसैन ने कहा है कि देश में कानून का राज नहीं होने के कारण वजीराबाद त्रासदी दर्ज नहीं हो सकी, शक्तिशाली समूह देश की राजनीतिक और न्यायिक व्यवस्था को बंधक बना रहे हैं, इसलिए जब नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के लिए कहते हैं कि हमें समझ नहीं आता कि किससे बात करें, तो इसका कोई जवाब नहीं दिया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान में सेना एक मुस्लिम पावर है, लेकिन अब इमरान खान के नेतृत्व में लोग एक संगठित ताकत बन रहे हैं.


इमरान खान पर हमले के बाद बदल गया माहौल


गौरतलब है कि पाकिस्तान में इमरान खान पर हुए हमले के बाद माहौल बदल गया है. इमरान खान पर एक रैली के दौरान फायरिंग हुई थी जिसमें वो बुरी तरह घालय हो गए थे. इमरान खान पर हमला करने वाले को मौके पर ही पकड़ लिया गया था और उसने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा था कि वो इमरान खान को ही मारने आया था और गोलियां चलाईं थीं. इस हमले के बाद से ही इमरान खान की पार्टी पीटीआई मौजूदा सरकार पर लगातार हमले कर रही है.


इसको लेकर पीटीआई कार्यकर्ताओं और नेताओं ने विरोध प्रदर्सन भी किया. इस मामले में पुलिस एफआईआर में देरी को लेकर भी पीटीआई पार्टी लगातार अपना विरोध दर्ज करा रही थी. हालांकि, पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ऐसा किया है. तो वहीं इमरान खान की पार्टी ने इस एफआईआर को सिरे से खारिज कर दिया है. फवाद हुसैन का कहना है कि अगर एफआईआर में इमरान खान के बताए तीन आरोपियों के नाम नहीं है तो यह महज एक कागज का टुकड़ा है.


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