नई दिल्ली: एक अमेरिकी विशेषज्ञ ने दावा किया कि अमेरिका में राष्ट्रपति के पद पर डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव के बाद अल्पसंख्यकों के खिलाफ घृणा अपराधों में ‘वृद्धि’ हुई है. वैश्विक चरमपंथ पर प्रमुख विशेषज्ञ मार्क पोटोक ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मुस्लिम विरोधी और प्रवासी विरोधी बयानबाजी अपने शिखर पर थी और जीतने वाले उम्मीदवार (ट्रंप) ने रजिस्ट्रेशन, बैन और मुस्लिमों के लिए निगरानी की बात की और चुनाव के बाद ये अपराध होने शुरू हो गए.’’

उन्होंने कहा, ‘‘तीन जनवरी से एक फरवरी के बीच मस्जिदों में आगजनी के चार मामले सामने आए. इसके अलावा मस्जिदों पर 35 अन्य हमले हुए जो चुनावों के दौरान पैदा की गई घृणा के परिणाम थे.’’ पुलित्जर के लिए नामांकित पत्रकार और लेखक ने दावा किया कि नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद मुस्लिमों के खिलाफ घृणा अपराध ना केवल ‘बढ़े’ है बल्कि मुस्लिम विरोधी घृणा समूहों की संख्या में भी ‘वृद्धि’ हुई है.