नई दिल्ली: अमेरिका, रूस और फ्रांस समेत दुनियाभर के देशों ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा है कि आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए वे भारत के साथ खड़े हैं. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 37 जवान शहीद हो गये और कई गंभीर रूप से घायल हो गये. अमेरिका ने आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि आतंकवाद को परास्त करने में उसका रूख भारत के साथ है.


अमेरिका के डिप्टी स्पोक्सपर्सन का बयान
अमेरिका के डिप्टी स्पोक्सपर्सन रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा, "भारत के राज्य जम्मू-कश्मीर में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले की अमेरिका कड़ी निंदा करता है. जान गंवाने वाले जवानों और उनके परिवारों के साथ हमारी संवेदना है. घायलों के जल्द ठीक होने की हम प्रार्थना करते हैं." उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद को हर तरीके से कुचलने में अमेरिका भारत के साथ है.


संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित और पाकिस्तान में बैठे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने ये जघन्य हमला किया है. उन्होंने आगे कहा, "हम सभी देशों से कहना चाहते हैं कि आतंकियों को पालने-पोसने वालों और आतंकियों के समर्थकों को सबक सिखाएं और आतंकवाद खत्म करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ से दी गई जिम्मेदारियों को निभाएं." अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने भी जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले की निंदा की है और कहा है कि अमेरिका ‘आतंक का सामना करने और उसे हराने’ के लिए भारत के साथ खड़ा है.


भारत में अमेरिका के राजदूत का बयान
भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भारत में अमेरिकी दूतावास जम्मू कश्मीर में बृहस्पतिवार के आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हम शोक संवेदना व्यक्त करते हैं.’’


भारत के साथ रूस
रूस ने आतंकी हमले की निंदा की और बिना किसी दोहरे मानदंड के एक निर्णायक और सामूहिक प्रतिक्रिया के साथ ऐसे ‘अमानवीय कृत्यों’ का सामना करने की जरूरत पर जोर दिया. रूस के दूतावास की ओर से जारी बयान में कहा गया, ''हम कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए भयावह आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करत हैं, जिसकी वजह 37 सीआरपीएफ कर्मियों के बहुमूल्य जीवन को गंवाना पड़ा और कई लोग घायल हो गए.'' रूस ने भी इस मुश्किल घड़ी में भारत का साथ देने की बात कही.


भारत संग खड़े फ्रांस, जर्मनी ऑस्ट्रेलिया
भारत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंड्रे जिगलर ने कहा कि फ्रांस जम्मू-कश्मीर में हुए जघन्य हमले की कड़ी निंदा करती है. जर्मनी ने जघन्य आतंकी हमले की निंदा की और कहा वो अपने रणनीतिक सहयोगी भारत के साथ खड़ा है. ऑस्ट्रेलिया, तुर्की और चेक गणराज्य ने भी आतंकवादी हमले की निंदा की है.


श्रीलंका से संयुक्त राष्ट्र तक ने जताई प्रतिबद्धता
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव ने भी एकजुटता व्यक्त की है और संयुक्त रूप से आतंकवाद के खतरे का सामना करने का संकल्प जताया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और हमले के पीछे के लोगों को न्याय के दायरे में लाने की अपील की.


मालदीव गणराज्य के विदेश मंत्री ने कहा, ''हम जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हैं. हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति हमारी सहानुभूति है. हम भारत के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे.''


भूटान के विदेश मंत्री ने कहा, ''कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बारे में सुनकर दुख पहुंचा है. इस हमले की वजह से जवानों को बहुमूल्य जीवन बर्बाद हो गया. हम इस जघन्य हमले की कड़ी निंदा करते हैं और पीड़ितों, और भारत के लोगों और सरकार के परिवारों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं.''


श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, ''मैं कश्मीर के पुलवामा जिले में क्रूर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. 1989 के बाद से जम्मू-कश्मीर में अब तक का सबसे भयानक आतंकी हमला है. मैं जवानों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई.''


ये भी देखें


पुलवामा हमला: जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने स्वीकारी चूक