(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सुरक्षा के 4 घेरों में रहते हैं पुतिन, यात्रा से पहले मौसम पर भी रखी जाती है नजर, जानिये क्या है रूसी राष्ट्रपति का सिक्योरिटी प्रोटोकॉल
Putin Security Protocol: रूस के राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड खुद को उनके "मस्किटियर्स" कहते हैं. उनके बॉडिगार्ड में रूस की फेडरल सिक्योरिटी फोर्स (FPS) या FSO के लोग भी शामिल हैं.
Putin Security Protocol: रूस यूक्रेन के बीच चल रही जंग का आज 12वां दिन है. इन 12 दिनों में रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति का नाम सबसे ज्यादा हाईलाइट हुआ है. फिलहाल यूक्रेन पर रूस का हमला करना कई देशों को रास नहीं आ रहा है. जबावी कार्रवाई में ये देश रूस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं. लेकिन क्या आपने सोच है कि दुनिया के कई देशों के राजनेता से भिड़ जाने वाले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर खुद को दुश्मनों से कौन बचाते हैं.
दरअसल पुतिन के बारे में लोग बहुत कम जानते हैं. अपने नीजी जिंदगी को अलग रखने वाले पुतिन एक पूर्व KGB एजेंट हैं और अपनी सुरक्षा-सेहत को लेकर बेहद सतर्क रहते हैं. उनकी सिक्योरिटी काफी सख्त रहती है. कोरोना लहर के दौरान जब लोग संक्रमण का शिकार हो रहे थे उस वक्त भी उनकी सिक्योरिटी एडवाजर ने पुतिन से 20 फीट दूरी बनाकर चलने की एडवाइजरी जारी की थी. इसके अलावा पहली लहर के दौरान जब वह अस्पताल मरीजों से मिलने पहुंचे थे तब भी उन्हें एक स्पेशल सूट पहना हुआ पाया गया था.
मिली जानकारी के अनुसार रूस के राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड खुद को उनके "मस्किटियर्स" कहते हैं. उनके बॉडिगार्ड में रूस की फेडरल सिक्योरिटी फोर्स (FPS) या FSO के लोग भी शामिल हैं. इन बॉडीगार्डस को कई तरह की छूट दी गई है. ये बिना किसी वारंट के सिर्फ शक के आधार पर लोगों की तलाशी, निगरानी या गिरफ्तारी के आदेश जारी कर सकते हैं.
क्या है पुतिन के बॉडीगार्ड बनने का प्रोसेस
दरअसल पुतिन का बॉडीगार्ड बनने का प्रोसेस कोई आम प्रोसेस नहीं है. इसके लिए उन्हें कई टेस्ट पास करने पड़ते हैं. 'बियॉन्ड रशिया' वेबसाइट के मुताबिक इन टेस्ट में ऑपरेशनल साइकोलॉजी, शारीरिक सहनशक्ति, ठंड का सामना करने की क्षमता और गर्मी में पसीना नहीं आना शामिल है. पुतिन की रक्षा करने वाले बॉडीगार्ड हमेशा बुलेटप्रूफ जैकेट में होते हैं. वहीं उनके पास हमेशा बुलेटप्रूफ ब्रीफकेस और रूसी निर्मित 9 मिमी एसआर -1 वेक्टर पिस्टल भी होता है.
महीनों पहले करते हैं सिक्योरिटी की जांच
ये गार्ड पुतिन की यात्रा से महीनों पहले उन जगहों की जानकारी और सिक्योरिटी की जांच करती है. यात्रा के दौरान मौसम कैसा होगा इसकी भी जांच की जाती है. पुतिन जहां जहां रुकते हैं वहां जैमिंग डिवाइस भी लगाई जाती है.
सुरक्षा के 4 घेरों में रहते हैं पुतिन
सड़क पर पुतिन ने कहा वह हथियारों से लैस काफिलों के बीच में चलते हैं. इन हथियारों में कईं मिसाइलें भी शामिल हैं. मिली जानकारी के अनुसार जब पुतिन भीड़ में होते हैं तो उनके पास सुरक्षा के चार घेरे होते हैं. पहले घेड़े में पुतिन के बॉडीगार्ड होते हैं. दूसरा सेक्शन भीड़ में कही छिपा होता है. तीसरा घेड़ा भीड़ के किनारे पर होता है जबकि चौंथा आसपास की छतों पर होते हैं. इनमें स्नाइपर्स भी शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: