Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी से जंग जारी है और अभी तक दोनों देशों के बीच किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बनी है. एक तरफ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हैं, जो किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं तो दूसरी ओर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की हैं. वे भी कह चुके हैं आखिरी सांस तक पुतिन का मुकाबला करेंगे. वहीं अब जंग ठंड के महीने में प्रवेश कर चुकी है और माना जा रहा है कि खून जमा देने वाली इसी ठंड को पुतिन सबसे घातक हथियार बनाने वाले हैं. उधर यूक्रेन के लोगों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. 


इसमें कोई दो राय नहीं है कि इस जंग में रूस को ठंग का काफी सहारा मिलने वाला है. रूस ने लगातार यूक्रेन के पावर ग्रिड पर हमला किया है और आधे से ज्यादा यूक्रेन को बिना बिजली के रहने पर मजबूर कर दिया है. बीते दिनों जेलेंस्की ने भी कहा था कि करीब 10 मिलियन यूक्रेनियन बिना बिजली के रहने को मजूबर हैं. ऐसे में ठंड से बचाव करने के लिए वह हीटर का भी इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं.


'रूसी हमले हमने स्टोन एज में धकेल रहे हैं'


मीडिया आउटलेट डेलीमेल.कॉम पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, अनास्तासिया पायरोजेंको कहती हैं, "रूसी हमले यूक्रेन को स्टोन एज में धकेल रहे हैं. हाल के 24 घंटे के अंतराल में हमारी 26 मंजिला ऊंची इमारत में केवल आधे घंटे के लिए बिजली थी. मैं और मेरे पति अब अपार्टमेंट से बाहर रहने को मजबूर हैं, क्योंकि हर तरफ सेना है."


'जीवन की सबसे खराब सर्दी'


25 साल की पायरोजेंको ने कहा, "हमारी इमारत क्षेत्र में सबसे ऊंची है और रूसी मिसाइलों के लिए एक बड़ा टारगेट है, इसलिए हमने अपने माता-पिता के घर के लिए अपना अपार्टमेंट छोड़ दिया और अब अपने जीवन की सबसे खराब सर्दी की तैयारी कर रहे हैं." यहां पावर ग्रिड पर हुए सबसे बड़े मिसाइल हमले के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य प्रमुख शहरों में स्थिति काफी बिगड़ गई है.


बिजली ऑपरेटर ने क्या बताया?


यूक्रेनी राज्य के स्वामित्व वाले ग्रिड ऑपरेटर उक्रेनर्गो ने बताया कि कम से कम 15 प्रमुख ऊर्जा केंद्रों को नुकसान के कारण 40% यूक्रेनियन कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं. यह चेतावनी देते हुए कि बिजली की कटौती कई घंटों से लेकर कई दिनों तक कहीं भी रह सकती है, नेटवर्क ने कहा कि "हमें इस सर्दी में साहस की जरूरत है."


कीव के मेयर विटाली क्लिट्सको ने भी संभावित ब्लैकआउट के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा, "सबसे खराब स्थिति है...वास्तव में, मुझे इस बारे में बात करना पसंद नहीं है, लेकिन मुझे तैयार रहना होगा अगर हमारे पास बिजली, ब्लैकआउट, पानी नहीं है...कोई हीटिंग नहीं है, कोई सेवा नहीं है और कोई संचार नहीं है."


उक्रेनर्गो ने एक बयान में कहा कि "हजारों किलोमीटर लंबी हाई-वोल्टेज लाइनें काम नहीं कर रही है जिससे पूरा देश प्रभावित हो रहा है." राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पिछले सप्ताह के हमलों के बाद कहा कि "नेटवर्क और तकनीकी आपूर्ति क्षमताओं की बहाली, बिजली लाइनों की डी-माइनिंग, मरम्मत - सब कुछ चौबीसों घंटे चलता है."


यूक्रेन में अब क्या तैयारी हो रही है?


पहली बर्फबारी ने कीव में स्थिति को काफी जटिल कर दिया है. ठंड लोगों को अपने हीटर चालू करने के लिए मजबूर कर रही है, जिससे ग्रिड पर भार बहुत बढ़ जाता है और बिजली की कटौती लंबे समय तक होती है. गिरते तापमान के मद्देनजर कीव के अधिकारियों ने घोषणा की कि वे सांप्रदायिक ताप बिंदु स्थापित कर रहे हैं.


30 लाख की आबादी वाले इस शहर में 528 आपातकालीन बिंदुओं की पहचान की गई है. यहां, निवासी गर्म रह सकेंगे, चाय पी सकेंगे, अपने फोन को रिचार्ज कर सकेंगे और आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकेंगे. हीटिंग पॉइंट स्वायत्त बिजली स्रोतों के साथ-साथ विशेष बॉयलर रूम से लैस होंगे.


मेयर क्लिट्सको ने भी ठंडे तापमान की शुरुआत के साथ ऊर्जा आउटेज की तैयारी के लिए किए गए उपायों के बारे में बात की. उन्होंने कहा, "हमने तैयार किया और हमने (हमारे भागीदारों से) इलेक्ट्रिक जनरेटर (मांग) लिया, जो वे हमें भेजते हैं. इस मामले में हमारे पास डीजल, (का) तेल का भंडार है. हमारे पास बहुत सारी गर्म चीजें हैं. हमारे पास दवा है."


लिफ्ट में खाने के डिब्बे और पावर बैंक छोड़ रहे नागरिक


अगर कोई लंबे समय तक लिफ्ट में फंस जाता है तो उसके लिए कीव में बहुत से निवासियों ने लिफ्ट में खाने के डिब्बे, टॉर्च और पावर बैंक छोड़ना शुरू कर दिया है. बिजली की कमी के कारण, सार्वजनिक परिवहन बाधित है, कई छोटी दुकानें संचालित नहीं हो सकती हैं और कुछ चिकित्सा संस्थान सीमित क्षमता तक ही काम कर सकते हैं.


अस्पतालों में क्या हैं हालात?


कीव के अधिकांश अस्पतालों में पहले ही जेनरेटर लग चुके हैं और वहां अभी तक बिजली की कोई कटौती नहीं हुई है. कीव के केंद्र में सबसे बड़े और सबसे पुराने ओलेक्सांद्रिव्स्का अस्पताल ने बताया कि उसने वैकल्पिक सर्जरी रद्द नहीं की, क्योंकि अस्पताल को फ्रांस से बिजली के जनरेटर मिले थे. शिक्षण संस्थानों और सामाजिक सेवाओं को भी जनरेटर की आपूर्ति की गई है. यूक्रेनेरगो के प्रमुख वलोडिमिर कुद्रीत्स्की ने शुक्रवार को कहा, "ऐसी सुविधाएं हमारे लिए प्राथमिकता हैं और उनमें से ज्यादातर स्वायत्त ऊर्जा स्रोतों से लैस हैं." 


'रूस हथियार के रूप में ठंड का इस्तेमाल कर रहे हैं'


कीव में पेंटा सेंटर थिंक टैंक के एक विश्लेषक वलोडिमिर फ़ेसेंको ने कहा, "रूसी युद्ध के मैदान पर जीत नहीं सकते हैं और इसलिए वे नागरिक आबादी के खिलाफ एक हथियार के रूप में ठंड और अंधेरे का इस्तेमाल कर रहे हैं...वे आतंक, अवसाद और यूक्रेनियन को हतोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं." उन्होंने आगे कहा कि पुतिन सैन्य हार झेल रहे हैं और उन्हें सैन्य विराम की सख्त जरूरत है, यही वजह है कि वह जेलेंस्की को इस तरह के जंगली तरीके से बातचीत के लिए मजबूर कर रहे हैं.


ये भी पढ़ें- चीन में बेकाबू होता कोरोना! तेजी से बढ़ रहे पॉजिटिव केस, कई शहरों में लॉकडाउन जैसे हालात, चिंता में स्वास्थ्य अधिकारी