Pakistan Needs S Jaishankar: पाकिस्तान को चाहिए भारत जैसा विदेश मंत्री, कमर चीमा ने एस जयशंकर को लेकर कह दी बड़ी बात
Pakistan Needs S Jaishankar: डॉ कमर चीमा अब पाकिस्तान की विदेश नीति को लेकर परेशान नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत की बात दुनिया के सामने रखते हैं, वैसा यहां नहीं है.
Pakistan Needs S Jaishankar: पाकिस्तान के जानकार डॉ कमर चीमा अब पाकिस्तान की विदेश नीति को लेकर परेशान नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत की बात दुनिया के सामने रखते हैं, वैसा पाकिस्तान के साथ नहीं है. उन्होंने कहा कि विदेश नीति के मामले में पाकिस्तान लगातार पिछड़ता जा रहा है. उन्होंने इस्लामाबाद की दुनिया में छवि सुधारने को लेकर चिंता जाहिर की है. विदेश नीति के मुद्दे पर कमर चीमा ने पाकिस्तान के बुद्धिजीवी एवं शिक्षाविद सैयद मोहम्मद अली से बात की है. इस दौरान सैयद अली ने बताया कि किन तरीकों को अपनाकर पाकिस्तान दुनिया में अपनी छवि सुधार सकता है.
यूट्यूब पर डिबेट के दौरान कमर चीमा ने कहा कि हर देश का अपना एक वकील होता है. भारत के पास वकील के तौर पर एक शानदार डिप्लोमेट एस जयशंकर हैं, जो दुनिया को भारत की कहानियां सुना रहे हैं. कमर चीमा ने कहा कि इस तरह जब हम अपने विदेश मंत्रालय को देखते हैं ऐसा कोई नहीं जो पाकिस्तान की कहानी दुनिया को सुना पाए. कमर चीमा ने सैयद अली से पूछा कि क्या उन्हें पाकिस्तान में ऐसा कोई दिखता है जो पाकिस्तान की छवि सुधार सके?
क्रिकेटर्स बदल सकते हैं तस्वीर
कमर चीमा के सवाल का जवाब देते हुए सैयद मोहम्मद अली ने कहा 'मैं समझता हूं कि यह सिर्फ विदेश मंत्रालय और डिप्लोमेट का मामला नहीं है. हमें उनके भरोसे रहना भी नहीं चाहिए, जो लोग देश के बाहर उनको भी इसपर ध्यान देना चाहिए. पूरी दुनिया में पाकिस्तान के लोग क्रिकेट खेल रहे हैं, यह हमारी सॉफ्ट पॉवर हैं, ये लोग चाहें तो बहुत परिवर्तन ला सकते हैं. आज लंदन का मेयर पाकिस्तानी मूल के हैं, वो चाहें तो किसी राजदूत से ज्यादा पाकिस्तान के लिए काम कर सकते हैं. मैं मानता हूं कि पाकिस्तान के लोगों में टाइलेंट की कमी नहीं है. सभी पाकिस्तानियों को खुद को राजदूत के तौर पर काम करना चाहिए.'
विदेश नीति में हुआ बदलाव
सैयद अली ने कहा कि आज दुनिया तेजी से बदल रही है और यह कोई नई बात नहीं है. बदलाव हमेशा हुए हैं, आज एक कमरे में बैठा इंसान दुनिया के किसी भी व्यक्ति से जुड़ सकता है. तेजी से टेक्नॉलाजी का विकास हुआ है, जिसका असर विदेश नीति में भी पड़ा है. इन चीजों को सरकारों को भी समझना चाहिए और नई नीति बनाकर नए तरीके से दुनिया के सामने पाकिस्तान को पेश करना चाहिए.
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