नई दिल्ली: इन दिनों कतर का एक कारोबारी गाय की खरीदारी को लेकर चर्चा में है. गाय की खरीदारी की यह चर्चा 5 जून को मिस्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के कतर के साथ राजनयिक संबंधों को खत्म करने के बाद शुरू हुई.


आपको बता दें कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति की सऊदी अरब यात्रा के बाद इन देशों ने कतर के साथ अपने राजनयिक और यात्रिक संबंधों को खत्म करने का फैसला किया. खाड़ी देशों ने कतर पर उग्रवादी समूह, जैसे कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास और शिया क्षेत्रीय शक्ति ईरान को मदद करने का आरोप लगाया है.


इन संबंधों के खत्म होने की वजह से इस समय कतर में खाने-पीने की सप्लाई में कमी आ गई है क्योंकि कतर में खाने-पीने के माल की ज्यादातर सप्लाई इन्हीं खाड़ी देशों पर ही निर्भर करती है. देश में हुई इसी दूध की कमी को खत्म करने का जिम्मा अब कारोबारी मोताज अल खैय्यात ने अपने हाथों में ले लिया है.


मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक कारोबारी खैय्यात कतर में इस दूध की कमी को पूरा करने के लिए 4000 गाय खरीदने वाले हैं. साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि इन गायों को 60 फ्लाइट्स के जरिए देश में लाया जाएगा.


आपको बता दें कि मोताज पावर इंटरनेशनल होल्डिंग्स कंपनी के चेयरमैन हैं. खैय्यात ने ब्लूमबर्ग से बातचीत में इन गायों को फ्लाइट के जरिए कतर में ले जाने के बारे में जानकारी दी है. साथ ही उन्होंने बताया है कि इन 4000 गायों को अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से खरीदा जाएगा.


खैय्यात ने ब्लूमबर्ग से बात करते हुए कहा है, ''हम लोग अपने आप जीने के तरीके ढूंढ़ लेंगे. हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि देश में खाने-पीने के सामान की कोई कमी नहीं रहने दी जाए. हमें किसी बात का डर नहीं है, हमारे देश में भूख से कोई नहीं मरेगा.''


खबरों में यह भी बताया गया है कि कतर की इस समस्या से निपटने में ईरान और तुर्की दोनों देश जरूरी मदद मुहैया करवा रहे हैं. ईरान ने कतर उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को खोल दिया है.