(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'अंतर्राष्ट्रीय कानून के पालन करना जरूरी', QUAD विदेश मंत्रियों के बयान में चीन पर परोक्ष हमला
Quad Foreign Ministers Meeting: क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में चीन, काला सागर से अनाज की पहल और यूक्रेन मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया.
Quad Foreign Ministers Joint Statement: न्यूयॉर्क में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने बैठक में चीन पर अप्रत्यक्ष हमला किया गया. भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के विदेश मंत्री भी बैठक में शामिल थे. विदेश मंत्रियों के बैठक के बाद 14 सूत्रीय साझा बयान (ज्वाइंट स्टेटमेंट) जारी किया गया. इस बयान में चीन, काला सागर से अनाज की पहल और यूक्रेन, उत्तर कोरिया, म्यांमार के मुद्दों पर जोर दिया गया.
भारत और कनाडा के बीच संबंधों में कूटनीतिक गिरावट के बाद पहली बार चारों नेताओं की मुलाकात हुई. साथ ही साउथ चाइना शी (दक्षिण चीन सागर) मामले पर चीन को घेरा और न्यूक्लियर मामले पर उत्तर कोरिया को भी आड़े हाथों लिया. बयान में कहा गया, "क्वाड एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराता है जो समावेशी और लचीला है. हम (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) 20 मई को जापान की हिरोशिमा में क्वाड लीडर्स के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. साथ ही संयुक्त राष्ट्र का चार्टर के प्रति भी अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं."
वैश्विक समुद्री नियम को बनाए रखने पर चर्चा
बयान में आगे कहा गया, हम देशों से संयुक्त राष्ट्र का चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों को बनाए रखने का आह्वान करते हैं, जिसमें किसी भी राज्य की क्षेत्रीय अखंडता या राजनीतिक स्वतंत्रता के खिलाफ धमकी या बल के उपयोग से बचना शामिल है. हम सभी सदस्य देशों की स्थिरता और न्यायसंगत व्यवहार की नींव के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय कानून को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं.
बयान में वैश्विक समुद्री नियम को बनाए रखने की बात कही गई है. विदेश मंत्रियों के साझे बयान में कहा गया, “हम अंतर्राष्ट्रीय कानून के पालन पर जोर देते हैं, ताकि दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में चुनौतियों का समाधान किया जा सके. किसी भी तरह की एकतरफा कार्रवाई जो ताकत के दम पर स्थिति को बदलना चाहते हैं, उसका हम पुरजोर विरोध करते हैं और उसे कानून के जरिए हल करना चाहिए.”
यूक्रेन पर क्या कहा गया?
चारों देशों के विदेश मंत्रियों के बयान में यूक्रेन युद्ध को लेकर चिंता जाहिर की गई. कहा गया, "यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर हम अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं और इसके भयानक और दुखद मानवीय परिणामों पर शोक जाहिर करते हैं. हम संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों और अंतर्राष्ट्रीय कानून के मुताबिक यूक्रेन में एक व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं. हम वैश्विक खाद्य सुरक्षा की स्थिति के बारे में गहराई से चिंतित हैं और काला सागर अनाज पहल (बीएसजीआई) को फिर से शुरू करने में संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों का समर्थन करते हैं."
उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षण को लेकर कही ये बात
साझे बयान में उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षण की आलोचना की गई. बयान में कहा गया, "बैलिस्टिक मिसाइल टेक्नॉलॉजी के प्रयोग पर हम उत्तर कोरिया की कड़ी निंदा करते हैं. हम उत्तर कोरिया से यूएनएससीआर के तहत अपने सभी दायित्वों को पूरा करने की गुजारिश करते हैं."
ये भी पढ़ें:
भारत-कनाडा विवाद पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने क्या कहा?