Queen-Elizabeth-II: छह दशकों में ब्रिटेन का पहला राजकीय अंतिम संस्कार, दुनिया के 500 नेता होंगे शामिल, बस से जाएंगे आखिरी विदाई देने
Queen Elizabeth-II Funeral: महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में दुनिया भर से लगभग 500 विदेशी गणमान्य लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
Queen Elizabeth-II Funeral: महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले विदेशी नेताओं को लिए शाही परिवार ने कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत छह दशकों में ब्रिटेन के इस पहले राजकीय अंतिम संस्कार में आने वाले सभी विदेशी लोगों को बस से आने को कहा गया है. इसमें कहा गया है कि ये लोग ब्रिटेन में कर्मिशियल उड़ान से आ सकते हैं, लेकिन अंतिम संस्कार स्थल तक जाने के लिए इन सभी लोगों को बस से ही आना होगा.
फॉरेन कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस के एक सूत्र ने एएफपी को बताया कि करीब 500 विदेशी गणमान्य लोगों के ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth-II) के अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है. ये छह दशकों में पहला मौका है जब ब्रिटेन में राजकीय अंतिम संस्कार (State Funeral) किया जा रहा है.
सोमवार 19 सितंबर को होने वाले अंतिम संस्कार के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक संचालन व्यवस्था के लोगों ने इसके लिए सावधानी से प्लान बनाया है ताकि इसमें शिरकत करने वालों को कोई परेशानी न हो. समाचार वेबसाइट पोलिटिको (Politico) ने बताया कि यहां आने वाले लोगों से कहा गया है कि वे वेस्टमिंस्टर एबे (Westminster Abbey) अंतिम संस्कार कार्यक्रम में पहुंचने के लिए अपने खुद के वाहनों का इस्तेमाल न करें. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर से भी लंदन न आने के लिए कहा गया.
कैसे पहुंचेंगे विदेशी नेता वेस्टमिंस्टर एबे?
ब्रिटेन की तरफ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शिरकत करने वाले लोगों के लिए विदेशी दूतावासों को आधिकारिक प्रोटोकॉल संदेश भेजा गया है. इसमें कहा गया है कि इन सभी लोगों को पश्चिम लंदन (West London) की एक साइट से एस्कॉर्टेड प्राइवेट बसों से वेस्टमिंस्टर एबे ले जाया जाएगा. इस साइट पर ये बसें पहले से ही पार्क होंगी. इसकी वजह सुरक्षा और सड़क प्रतिबंध है.
हालांकि इस पर लोगों ने आपत्ति भी जताई है. एक विदेशी राजदूत का कहना है कि, "क्या आप बस में जो बाइडेन (Joe Biden) की कल्पना कर सकते हैं?" दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति एयर फ़ोर्स वन पर लंबी दूरी का सफर करते हैं. जो दो अनुकूलित बोइंग 747 विमानों (Customised Boeing 747) में से एक होता है. इसके बाद वो अपने मरीन वन हेलीकॉप्टर और "द बीस्ट" नामक एक बख़्तरबंद लिमोजीन का इस्तेमाल करते हैं. लंदन में अमेरिकी दूतावास ने अभी इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया है.
कैसी है तैयारी?
साल 1965 में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill) के राजकीय अंतिम संस्कार के बाद ये पहला मौका है जब इतने बड़े स्तर पर देश में सुरक्षा और लॉजिस्टिक ऑपरेशन्स को चाक चौबंद किया गया है. इस मौके पर होने वाली भारी भीड़-भाड़ को व्यवस्थित रखने के लिए पूरे देश के हजारों पुलिस अधिकारियों को लंदन में तैनात किया जाएगा. विश्व के नेताओं और राजघरानों के साथ-साथ चार दिनों के दौरान एक लाख लोगों के लंदन आने की उम्मीद है. ये लोग ब्रिटेन की राजधानी लंदन के अंतिम संस्कार स्थल तक जाने वाली सड़कों पर होंगे.
11वीं सदी में बने वेस्टमिन्स्टर हॉल के अंदर एक उठे हुए प्लेटफॉर्म पर महारानी के पार्थिव शरीर के ताबूत को रखा जाएगा. इस दौरान वैश्विक नेता यहां पहुंच सकते हैं और इसके तुरंत बाद ये नेता लैंकेस्टर हाउस (Lancaster House) में एक शोक जताने वाली किताब पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. वे तीन मिनट तक की श्रद्धांजलि भी दिवंगत रानी को दे सकेंगे. इसे मीडिया के लिए रिकॉर्ड किया जाएगा. अंतिम संस्कार की पूर्व संध्या पर किंग चार्ल्स-III विदेशी नेताओं के लिए बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) में एक स्वागत समारोह की मेजबानी करेंगे.
महारानी की अंतिम विदाई-
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम सफर रविवार को शुरू हुआ. बालमोरल का उनका स्टाफ एक रथ पर उन्हें लेकर एडिनबरा पहुंचे थे.
ये रथ पैलेस ऑफ होलीरूडहाउस चार बजे पहुंचा.
इसके बाद सेंट गिल्स कैथेड्रेल एडिनबरा में सोमवार 12 सितंबर को 24 घंटे के लिए महारानी एलिजाबेथ के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए रखा गया.
मंगलवार को महारानी के पार्थिव शरीर को लंदन ले जाया जाएगा. इस दौरान उनकी बेटी और राजकुमारी एन उनके साथ होंगी.
यहां से महारानी का ताबूत एडिनबरा एयरपोर्ट से आरएएफ नॉर्थहॉल्ट बकिंघम पैलेस पहुंचेगा.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ताबूत को बुधवार दोपहर लगभग तीन बजे वेस्टमिंस्टर हॉल ले जाया जाएगा.
इसके बाद 19 सितंबर को अंतिम संस्कार से पहले उनका ताबूत चार दिनों तक लोगों के दर्शनों के लिए रहेगा.
यहां महारानी के ताबूत को 11वीं सदी में बने वेस्टमिन्स्टर हॉल के अंदर बने एक ऊंचे प्लेटफॉर्म पर रखा जाएगा.
सोमवार 19 सितंबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ महारानी को आखिरी विदाई दी जाएगी.
महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय को विंडसर में किंग जॉर्ज VI मेमोरियल चैपल में दफन किया जाएगा.
19 सितंबर को पूरा शाही परिवार, राजनेता और दुनिया भर के नेता ब्रिटेन के समयानुसार 11 बजे उनके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे.
ये भी पढ़ें: