Queen Elizabeth II's Funeral: महारानी एलिज़ाबेथ II का अंतिम संस्कार, जानिए कौन-कौन से ताकतवर राष्ट्राध्यक्षों को नहीं दिया गया न्योता
Queen Elizabeth II's Funeral: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग जैसी दुनिया की ताकतवर शख्सियतों को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में नहीं बुलाया गया है.
Queen Elizabeth II's Funeral: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को आखिरी विदाई 19 सितंबर सोमवार को दी जाएगी, उन्हें इस दिन दफनाया जाएगा. ब्रिटेन की राजशाही में दशकों बाद ये ऐसा मौका है,जब बेहद बड़ी तादाद में दुनिया के शाही परिवारों के साथ ही अहम राष्ट्रध्यक्ष इस देश में जुटने वाले हैं. शाही परिवार की तरफ से महारानी के अंतिम संस्कार (Queen Elizabeth II's Funeral) में शामिल होने के लिए 500 लोगों को निमंत्रण भेजा गया है, लेकिन दुनिया के कुछ ताकतवर राष्ट्रध्यक्षों को इस शाही गमी के मौके पर बुलाने की जरूरत नहीं समझी गई हैं. इसके पीछे भी वजहें हैं. जो भी हो ब्रिटेन के शाही परिवार ने ऐसा कर दुनिया को अपना रुतबा दिखा डाला है.
रूसी राष्ट्रपति को नहीं भेजा गया बुलावा
ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को न्योता नहीं भेजा गया है. इसके पीछे की वजह है रूस का यूक्रेन पर हमला किया जाना. यूक्रेन पर हमले के बाद ब्रिटेन और रूस के रिश्तों में तल्खी आई है. इस वजह से रूस के साथ ब्रिटेन के कूटनीतिक रिश्ते खत्म हो गए हैं. हालांकि इस मामले में रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने बीते सप्ताह ही इस मामले पर अपनी स्थिति साफ कर दी थी.
रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने कहा था कि पुतिन का महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में जाने का कोई विचार नहीं है. रूस के साथ ब्रिटेन ने बेलारूस (Belarus) को भी इस अहम मौके पर आमंत्रित नहीं किया है. इसके पीछे भी रूस-यूक्रेन की जंग ही मुद्दा है. दरअसल यूक्रेन पर जब हमला किया गया तो हमले की शुरुआत बेलारूस के इलाके से की गई. इस वजह से ब्रिटेन इस अहम मौके पर बेलारूस को भी दरकिनार कर रहा है. इसके साथ ही बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्ज़ेंडर लुकाशेंको (Aleksandr Lukashenko) रूसी राष्ट्रपति पुतिन के नजदीकी माने जाते हैं.
म्यांमार भी है बाहर महारानी के अंतिम संस्कार से
ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में आने के लिए म्यांमार (Myanmar) के किसी प्रतिनिधि को न्योता नहीं भेजा गया है. इसकी वजह भी कूटनीतिक है. दरअसल म्यांमार में फ़रवरी 2021 में सेना ने यहां की सरकार का तख्ता पलट डाला था. इस सैन्य तख़्तापलट के बाद ब्रिटेन ने म्यांमार से किनारा करना शुरू कर दिया था. इसके बाद से ही ब्रिटेन ने इस देश में अपनी राजनयिक मौजूदगी में कमी करनी शुरू कर दी थी.
ड्रैगन भी नहीं होगा शाही अंत्येष्टि में शामिल
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (China President Xi Jinping) के महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होने को लेकर भी स्थिति साफ नहीं है. शी के 19 सितंबर को महारानी के दफनाने की रस्मों में वेस्टमिन्स्टर एबे पहुंचने पर भी कयास ही लगाए जा रहे हैं. सूत्रों की माने तो यह साफ नहीं है कि चीनी राष्ट्रपति को न्योता भेजा गया है या नहीं, या फिर अगर उन्हें न्योता भेजा जाए तो वो उसे मंजूर करेंगे या नहीं.
इस वक्त चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग कोविड महामारी के बाद पहली बार चीन से बाहर के सफर पर हैं. शी बुधवार को अपनी राजकीय यात्रा पर निकल चुके हैं. वो इस सप्ताह कज़ाख़स्तान और उज़्बेकिस्तान के दौरे पर है. इस दौरे में वो उज़्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं. वहां उनकी मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से है. ये कहना गलत नहीं होगा कि रूस से चीन की नजदीकी भी ब्रिटेन के शाही परिवार की नजरों में खटकी हैं. इसी वजह से चीन के राष्ट्रपति के महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होने को लेकर स्थिति साफ नहीं है.
ये भी पढ़ेंः
महारानी एलिज़ाबेथ II का अंतिम संस्कार, जानिए- दुनिया की किन किन बड़ी शख्सियतों को दिया गया निमंत्रण