ब्रिटेन में एस्ट्राजेनिका वैक्सीन से 'खून का थक्का' (Blood Clots) जमने के मामलें में 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 23 लोग गंभीर रूप से बीमार है. ब्रिटेन की मेडिसिन्स एंड हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी ने एक बयान में गुरुवार को कहा था कि 24 मार्च तक वैक्सीन से खून का थक्का जमने के मामले बढ़कर 30 हो गए हैं. एजेंसी ने शनिवार को अपने बयान में कहा है कि, इनमें से 7 लोगों की मौत हो गई है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन की एजेंसी ने कहा कि 24 मार्च तक एस्ट्रेजेनिका के 181 लाख वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है, जिनमें से 30 ऐसी घटना सामने आई है. इससे पहले एजेंसी ने कहा था कि 18 मार्च तक 110 लाख वैक्सीन की डोज दी गई थी, जिनमें से कुल 5 ऐसे खून का थक्का जमने के मामले सामने आए थे.
मेडिसिन्स एंड हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी के चीफ डॉक्टर जून रैन ने कहा, "मौजूदा समीक्षा के आधार पर एस्ट्रेजेनिका के कोविड-19 टीके का फायदा इससे होने वाले किसी भी जोखिम से ज्यादा है और आपको जब भी वैक्सीन के लिए आमंत्रित किया जाता है आपको अपना टीका लगाना चाहिए." साथ ही उन्होंने कहा, "एस्ट्रेजेनिका और फाइजर की वैक्सीन ने कोविड-19 के खिलाफ ‘उच्च स्तर सुरक्षा’ की सुरक्षा दी है. हालांकि सभी वैक्सीन और दवाईयों के कुछ ना कुछ साइड इफैक्ट्स होते हैं."
ब्रिटेन में 6 लाख डोज पर एक मामला
नई रिपोर्ट्स के आने के बाद ब्रिटेन में एस्ट्रोजेनिका वैक्सीन की 6 लाख डोज में ऐसा सिर्फ एक मामला आया है. ब्रिटेन की एजेंसी ने अपने बयान में कहा, "हालांकि फाइजर और बायोटेक की वैक्सीन भी ब्रिटेन में लगाई जा रही है, लेकिन उससे ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है. हम इन रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं."
जर्मनी ने भी 'खून का थक्का' जमने के 31 मामलें सामने आने के बाद 60 वर्ष से काम आयु के लोगों में इस वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. फ्रांस समेत अन्य कई देशों ने भी अपने यहां इस वैक्सीन के इस्तेमाल पर ऐसे ही प्रतिबंध लगाए हैं. जबकि डेनमार्क और नॉर्वे ने एस्ट्राजेनिका वैक्सीन के इस्तेमाल पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है.
वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर 7 अप्रैल को जारी हो सकती है नयी सूचना
यूरोपीय संघ की औषधि नियामक संस्था जिसने WHO की तर्ज पर एस्ट्राजेनिका वैक्सीन के इस्तेमाल को पूरी तरह सुरक्षित बताया था जल्द ही इसको लेकर दोबारा 7 अप्रैल को नयी सूचना जारी कर सकती है. इससे पहले बुधवार को ईएमए ने कहा था कि टीका सुरक्षित है और विशेषज्ञों ने जैसे आयु, लिंग या मेडिकर हिस्ट्री में कोई विशिष्ट जोखिम कारक नहीं पाया.
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