नई दिल्ली: ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार कोई हिजाब पहनने वाली मुस्लिम महिला जज बनी है. राफिया अरशद नाम की ये महिला मिडलैंड्स में डिप्टी अटॉर्नी जनरल का पद संभालेंगी. राफिया का कहना है कि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए वो कई सालों से मेहनत कर रही हैं.


एक ब्रिटिश अखबार को दिए इंटरव्यू में राफिया ने कहा, "मैं युवा मुसलमानों को बताना चाहती हूं कि वे जो सोचते हैं, उसे वो पा सकते हैं. मैं इस बात को विश्‍वसनीय बनाना चाहती हूं कि समाज में अलग-अलग विचारों वाले लोगों की समस्‍याओं को भी सुना जाना चाहिए. यह समाज में सभी महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर मुस्लिम महिलाओं के लिए. मैं खुश हूं, लेकिन मुझे यह दूसरे लोगों से इसे शेयर करके ज्यादा खुशी मिली है."


राफिया अरशद ने बताया, "मेरे लिए ये काफी मुश्किल था. इसके लिए मैंने सालों तक मेहनत की है. मेरे परिवार के लोगों ने मुझसे कहा कि मेरा हिजाब मेरी कामयाबी में बाधा बन सकता है लेकिन फिर भी मैंने हिजाब पहनना बंद नहीं किया, क्योंकि मुझे कामयाबी मेरी योग्यता से मिली है हिजाब से नहीं.


बता दें कि राफिया पिछले कई सालों से बच्चों से संबंधित कानून, जबरन शादी, महिलाओं के खिलाफ नस्लीय भेदभाव और इस्लामी कानून की प्रैक्टिस कर रही हैं. राफिया जल्द ही मिडलैंड्स में डिप्टी अटॉर्नी जनरल का पद संभालेंगी.


ये भी पढ़ें-


तनाव दूर करने के लिए भारत और चीन को अमेरिका की मदद की जरूरत नहीं- चीनी मीडिया


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बोले- चीन विवाद को लेकर 'अच्छे मूड' में नहीं हैं पीएम मोदी