India-Vietnam Relations: राजनाथ सिंह ने वियतनाम की नौसेना को सौंपी 12 हाई स्पीड बोट, तीन दिवसीय दौरे हैं पर रक्षा मंत्री
India-Vietnam Relations: वियतनाम इन बोट का इस्तेमाल अपनी समुद्री-सुरक्षा के लिए करेगा, वियतनाम का चीन के साथ समुद्री-सीमाओं को लेकर लंबा विवाद है.
India-Vietnam Relations: वियतनाम की तीन दिवसीय अहम यात्रा पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार को वियतनाम ( Vietnam) की नौसेना (Navy) को 12 हाई स्पीड गार्ड बोट (High Speed Boat) सौंपीं. इन नौकाओं का निर्माण भारत सरकार की वियतनाम को 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर रक्षा लाइन ऑफ क्रेडिट के अंतर्गत किया गया है. वियतनाम इन बोट (Boat) का इस्तेमाल अपनी समुद्री-सुरक्षा के लिए करेगा, क्योंकि जिस तरह भारत का चीन (China) के साथ एलएसी पर विवाद है ठीक उसी तरह वियतनाम का चीन के साथ समुद्री-सीमाओं को लेकर लंबा विवाद है.
पांच बोट का निर्माण भारत में लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) शिपयार्ड में किया गया है और बाकी सात का वियतनाम के होंग हा शिपयार्ड में निर्मित किया गया है. गुरुवार को बोट की हैंडिंग-इन-सेरेमनी इसी होंग हा शिपयार्ड में हुई. समारोह में भारत और वियतनाम के वरिष्ठ सिविल और सैन्य अधिकारी मौजूद थे.
‘पीएम मोदी की परिकल्पना का उदाहरण’
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने इस परियोजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' का एक जीवंत उदाहरण बताया. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद परियोजना का सफलतापूर्वक पूरा होना भारतीय रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के साथ-साथ होंग हा शिपयार्ड की प्रतिबद्धता और पेशेवर उत्कृष्टता का प्रमाण है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह परियोजना भविष्य में भारत और वियतनाम के बीच अनेक अन्य सहकारी रक्षा परियोजनाओं का अग्रदूत होगी.
‘भारतीय रक्षा उद्योग ने बहुत वृद्धि की है’
समारोह में बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संवर्धित सहयोग के माध्यम से वियतनाम को भारत के रक्षा औद्योगिक परिवर्तन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि भारतीय रक्षा उद्योग ने प्रधानमंत्री की 'आत्मनिर्भर भारत' परिकल्पना के अंतर्गत अपनी क्षमताओं में बहुत वृद्धि की है. उन्होंने जोर देकर कहा कि इसका उद्देश्य भारत को एक रक्षा विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए एक घरेलू उद्योग का निर्माण करना है जो न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं को भी पूरा करता है.
तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा हैं राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री ( Defence Minister) वियतनाम (Vietnam) की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं. हनोई में 08 जून 2022 को पहले दिन राजनाथ सिंह ने वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जनरल फान वान जियांग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए 2030 की ओर भारत-वियतनाम रक्षा साझेदारी पर एक संयुक्त परिकल्पना वक्तव्य पर हस्ताक्षर किए. दोनों देशों के बीच पारस्परिक रूप से फायदेमंद रसद सहयोग के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाने हेतु एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए. रक्षा मंत्री ने वियतनाम के राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुकु (Nguyen Xuan Phuc) और प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह (Pham Minh Chinh) से भी मुलाकात की.
यह भी पढ़ें:
India China Relations: टॉप यूएस जनरल ने कहा- लद्दाख सीमा के पास चीनी गतिविधियां 'आंख खोलने' वाली