Rajnath Singh Russia Visit: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस की आधिकारिक यात्रा पर मास्को पहुंचे. उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारतीय नौसेना में एक स्टेल्थ वॉरशिप को शामिल करना और भारत-रूस के बीच 21वीं अंतर-सरकारी सैन्य और तकनीकी सहयोग बैठक में भाग लेना है. रविवार (8 दिसंबर) देर रात मास्को पहुंचने पर भारतीय राजदूत विनय कुमार और रूसी उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन ने उनका स्वागत किया.


राजनाथ सिंह ने मास्को में 'टॉम्ब ऑफ द अननोन सोल्जर' पर जाकर द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए सोवियत सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. ये श्रद्धांजलि भारत और रूस के बीच मजबूत ऐतिहासिक और सामरिक संबंधों को दर्शाती है. इसके साथ ही मंत्री ने भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत कर उनके अनुभवों और योगदानों को भी सराहा.


आईएनएस तुशील के कमीशनिंग समारोह में होंगे शामिल


जानकारी के अनुसार रक्षा मंत्री इस दौरे के दौरान भारतीय नौसेना के नवीनतम मल्टी-रोल स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट 'आईएनएस तुशील' के कमीशनिंग समारोह में भी हिस्सा लेंगे. यह जहाज भारतीय नौसेना की ताकत को और बढ़ाएगा. इस दौरान वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे और उनके साथ सैन्य-तकनीकी सहयोग पर चर्चा करेंगे.


भारत-रूस संबंधों को नई ऊंचाई देने की तैयारी


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके रूसी समकक्ष आंद्रेई बेलोसोव 21वीं अंतर-सरकारी सैन्य तकनीकी सहयोग बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे. ये बैठक दोनों देशों के बीच विशेष और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का प्रयास है. भारत और रूस के सैन्य संबंध दशकों से काफी अच्छे रहे हैं और यह दौरा उन्हें और मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम है. राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर अपनी इस यात्रा के बारे में जानकारी शेयर करते हुए कहा कि वह इस दौरे को लेकर उत्साहित हैं और यह भारत-रूस रक्षा संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.


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