Rajnath-Jaishankar Meet Fumio Kishida: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) जापान दौरे पर हैं. आज उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) से मुलाकात की और पूर्व जापानी पीएम शिंजो आबे (Shinzo Abe) के निधन पर लेकर गहरा दुख जताया. शिंजो आबे को एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान गोली मारी गई थी, जिसके बाद कार्डियक अरेस्ट से उनका निधन हो गया था.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ''पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के दुखद निधन को लेकर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की. क्षेत्र में शांति और स्थिरता को सुनिश्चित रखने में भारत-जापान साझेदारी की निर्णायक भूमिका होगी.'' इससे पहले राजनाथ सिंह और एस जयशंकर ने अपने जापानी समकक्षों विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा और रक्षामंत्री हमदा यासुकाजू के साथ 2+2 वार्ता में हिस्सा लिया.
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया, ''हमारी 2+2 बैठक के समापन पर प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात कर खुशी हो रही है. भारत-जापान की नीतियों के घनिष्ठ समन्वय और हितों को रेखांकित किया. यह भरोसा जताया कि उन्होंने और पीएम नरेंद्र मोदी जो विजन बनाया है, वह जल्द ही हकीकत हो जाएगा.''
टू प्लस टू वार्ता में हुई यह चर्चा
दूसरी ‘टू प्लस टू वार्ता’ के दौरान भारत-जापान ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया. दोनों देश पहले वायुसेना अभ्यास समेत और ज्यादा युद्धाभ्यास आयोजित करने पर सहमत हुए. उन्होंने नियम-आधारित वैश्विक व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता जताई जो देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करती है.
भारत ने जापान की के उन प्रयासों का समर्थन किया जिनमें उसने आक्रामक चीन के खिलाफ अपनी जवाबी हमले की क्षमताओं को बढ़ाया है और रक्षा बलों के विस्तार के साथ उसका आधुनिकीकरण किया है. किसी भी देश का नाम लिए बिना बयान में कहा गया है कि जापान ने 'काउंटरस्ट्राइक क्षमताओं' समेत राष्ट्रीय रक्षा के लिए जरूरी सभी विकल्पों की जांच करने का संकल्प भी व्यक्त किया है. बता दें कि भारत और जापान क्वाड समूह के सदस्य हैं, जिसमें अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हैं. इस समूह को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामता के खिलाफ काम करने के लिए जाना जाता है.
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