Nepal President Oath: हिमालय के अंचल में बसे पड़ोसी देश नेपाल में रामचंद्र पौडेल (Ram Chandra Paudel) नए राष्ट्रपति बन गए हैं. 78 वर्षीय रामचंद्र पौडेल ने सोमवार को राष्ट्रपति पद की शपथ ली. इस दौरान समारोह में प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड, स्पीकर देव राज घिमिरे और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष समेत नेपाली कांग्रेस के तमाम नेता मौजूद रहे.


बता दें कि रामचंद्र पौडेल नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं. उन्‍होंने नेपाल में इसी महीने हुए राष्ट्रपति चुनाव में पुष्पकमल दहल प्रचंड के अगुवाई वाले सत्‍तारूढ़ गठबंधन के समर्थन से दावेदारी पेश की थी. जिसके बाद बृहस्पतिवार को पौडेल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-एकीकृत मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) के सुबास चंद्र नेमबांग को हराकर देश के राष्ट्रपति चुने गए.




शीतल निवास में ली पद एवं गोपनीयता की शपथ 
आज सोमवार (13 मार्च) को नेपाली राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय शीतल निवास में आयोजित एक विशेष समारोह में नेपाल के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हरिकृष्ण कार्की ने पौडेल (78) को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस अवसर पर नेपाली पीएम पुष्पकमल दहल प्रचण्ड, स्पीकर देव राज घिमिरे, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष गणेश प्रसाद तिमिल्सिना के अलावा अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी मौजूद रहे.






साहित्य में किया एम, डिप्टी पीएम भी रह चुके
रामचंद्र पौडेल मूलत: नेपाली ही हैं. उनका जन्‍म सितंबर 1944 में हुआ था. वह बरसों से नेपाल की सियासत में सक्रिय हैं. 2022 के आम चुनावों में उन्‍हें संसद सदस्य के रूप में चुना गया था. साथ ही उन्‍होंने नेपाल में उप प्रधान मंत्री और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है. उन्‍होंने अपनी पढ़ाई त्रिभुवन यूनिवर्सिटी से पूरी की थी. साहित्य में एमए किया.


कल समाप्‍त हुआ भंडारी का कार्यकाल
नेपाल की निवर्तमान राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी का कार्यकाल 12 मार्च को समाप्त हो चुका है. नेपाल के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति के कार्यकाल की अवधि निर्वाचन की तारीख से 5 वर्ष होगी और एक व्यक्ति को इस पद पर केवल दो कार्यकाल के लिए ही चुना जा सकता है. वर्ष 2008 में देश को गणतंत्र घोषित किए जाने के बाद 2023 का यह चुनाव कुल तीसरा राष्ट्रपति चुनाव था. 


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