Ramlala Pran Pratishtha: लंबे इंतजार के बाद जैसे-जैसे अयोध्या में राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह की घड़ी नजदीक आ रही है, दुनिया भर में हिंदू समुदाय के लोग इस ऐतिहासिक अवसर में शामिल होने के लिए खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं. विश्व भर में सनातन संस्कृति को मानने वाले लोग विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं.


22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले दुनिया भर में हिंदू समुदाय के लोग किस तरह से इस जश्न को मना रहे हैं उसपर एक नजर डालते हैं-


संयुक्त राज्य अमेरिका
22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उत्साह अमेरिका में सीमाओं को पार कर गया है, इस ऐतिहासिक अवसर का जश्न मनाने के लिए संयुक्त राज्य भर में लगभग एक दर्जन कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है.


22 जनवरी को न्यूयॉर्क टाइम्स स्क्वायर से बोस्टन तक पूरे रास्ते पर राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मनाया जाएगा. वाशिंगटन, डीसी, एलए और सैन फ्रांसिस्को में कई कार्यक्रम होने वाले हैं, जो उसी समय होंगे जब भारत में समारोह होगा.






टेक्सास, इलिनोइस, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और जॉर्जिया सहित अन्य राज्यों में भारी संख्या में बिलबोर्ड लगाए गए हैं, जिसपर भगवान राम से जुड़ी जानकारी और कार्यक्रम प्रदर्शित किए जा रहे हैं. विश्व हिंदू परिषद अमेरिकी शाखा के अनुसार 15 जनवरी से ही एरिजोना और मिसौरी राज्य के लोग इस उत्सव में शामिल हो रहे हैं.


विश्व हिंदू परिषद (VHP) यूएस साखा ने पूरे अमेरिका के हिंदुओं के साथ मिलकर 10 राज्यों में 40 से अधिक बिलबोर्ड लगाए हैं, जो श्री राम के जन्मस्थान पर भव्य 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से जुड़े संदेश प्रदर्शित कर रहे हैं. अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के उपलक्ष्य में पूरे अमेरिका में हिंदू अमेरिकी समुदाय ने कई कार रैलियां आयोजित की हैं और अयोध्या में 'प्राण प्रतिष्ठा' के लिए कई और कार्यक्रमों की योजना बनाई है.


मॉरीशस
मॉरीशस में भारतीय प्रवासी उत्सव में एकजुट हो रहे हैं, सभी मंदिरों में 'दीये' जला रहे हैं और 'रामचरितमानस' का पाठ कर रहे हैं. मॉरीशस के लोग अयोध्या में होने वाले इस बहुप्रतीक्षित आध्यात्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उत्साहित हैं. मॉरीशस के सभी मंदिरों में दीप जलाने की तैयारी चल रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार देश के मंदिरों के गलियारों में 'रामचरितमानस' की चौपाइयां गूंजेंगी, जिससे भक्ति और सांस्कृतिक उत्सव का माहौल बनेगा.


रामलला प्राण प्रतिष्ठा के वैश्विक महत्व को देखते हुए मॉरीशस सरकार ने 22 जनवरी को हिंदू समुदाय के सरकारी अधिकारियों के लिए दो घंटे के विशेष अवकाश की घोषणा की है. यह छुट्टी इसलिए दी गई है, जिससे अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर होने वाले स्थानीय कार्यक्रमों में वे भाग ले सकें.


यूनाइटेड किंगडम
यूनाइटेड किंगडम में भी खासा उत्सव देखा जा रहा है, हिंदू मंदिरों में रामलला 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के लिए खासी तैयारी चल रही है. इंग्लैंड के मध्य में अयोध्या से हजारों मील दूर स्थित स्लो हिंदू मंदिर उत्साह से भरा हुआ है, यह मंदिर अयोध्या में राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह का जश्न मनाने के लिए तैयार है.


ब्रिटेन में अयोध्या के 'मंगल कलश' का भ्रमण कराया जा रहा है, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से एक दिन पहले 21 जनवरी को यह कलश स्लो हिंदू मंदिर पहुंचेगा और 22 जनवरी को इस मंदिर में रखा जाएगा. जानकारी के अनुसार ब्रिटेन में लगभग 250 हिंदू मंदिर हैं और वे सभी 22 जनवरी को होने वाले उत्सव की तैयारी कर रहे हैं.


सामाजिक कार्यक्रमों से लेकर कार रैलियों और विशेष 'आरती' से लेकर 'अखंड रामायण' पाठ तक, ब्रिटेन में हिंदू समुदाय के लोग आयोजित कर रहे हैं. जन्म स्थान पर भगवान राम की वापसी बताते हुए इस अवसर को "दूसरी दिवाली" के रूप में मनाया जा रहा है.






यूनाइटेड किंगडम में भारतीय समुदाय ने लंदन में एक कार रैली का भी आयोजन किया. बड़ी संख्या में हिंदू प्रवासी कार रैली में शामिल हुए, एक रिपोर्ट के अनुसार इस रैली में 325 से अधिक कारों ने भाग लिया. रैली के दौरान प्रतिभागियों ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए और भगवान राम की स्तुति में गाने बजाए. बाद में शाम को, भारत-ब्रिटेन समुदाय ने इस अवसर को यादगार बनाने के लिए एक महा-आरती का भी आयोजन किया. जानकारी के अनुसार 22 जनवरी को विशेष पूजा और भजन का भी आयोजन किया जाएगा.


ऑस्ट्रेलिया
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बढ़ते उत्साह और प्रत्याशा के बीच अगले दो दिनों में ऑस्ट्रेलिया के सैकड़ों मंदिरों में कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है. 


अयोध्या में राम मंदिर के भव्य 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से ठीक एक दिन पहले, सिडनी में भारतीय समुदाय ने शनिवार को एक कार रैली आयोजित करके इस अवसर का जश्न मनाया. इस आयोजन में 100 से अधिक कारों ने भाग लिया, जिससे सैकड़ों 'राम भक्त' और सड़क से निकल रहे राहगीर आकर्षित हुए.


एएनआई द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में सड़कों पर कारों की कतार देखी गई और लोग नृत्य कर रहे थे और भगवान राम की छवियों वाले झंडे पकड़े दिखे. लोगों ने आतिशबाजी कर झंडे लहराकर इस अवसर का जश्न मनाया.






नेपाल
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की घड़ी जैसै-जैसे नजदीक आ रही है, अयोध्या के साथ-साथ नेपाल में जनकपुरधाम यानी देवी सीता का मायका भी अब खुशी और उत्साह से भर गया है, इस अवसर का इंतजार बड़ी धूमधाम और उल्लास के साथ किया जा रहा है.


शहर में चौबीस घंटे भगवान राम और सीता के भजन गूंज रहे हैं. जानकी मंदिर को रौशनी से सजाया गया है और हर जनकपुरधामवासी के चेहरे पर उत्साह देखा जा सकता है.


नेपाल के जनकपुर से मुख्य महंत और छोटे महंत को अयोध्या समारोह में आमंत्रित किया गया है और वे पहले ही अयोध्या के लिए रवाना हो चुके हैं. इससे पहले जनकपुर ने अयोध्या में प्रसाद भेजा था, जिसे स्थानीय भाषा से 'भार' कहा जाता है. इसमें आभूषण, व्यंजन, कपड़े और अन्य दैनिक आवश्यक वस्तुएं शामिल थीं.


एक रिपोर्ट के मुताबिक जनकपुर के लोग सामूहिक रूप से धार्मिक उपदेशों और जप समारोहों में भाग ले रहे हैं. इनकी मांग है कि अयोध्या से जनकपुर तक श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम बनाने के लिए रेलवे लाइन बिछाई जाए.


ताइवान
अयोध्या में राम मंदिर के बहुप्रतीक्षित प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पूर्व ताइवान में भारतीय समुदाय के लोग एक दूसरे से गले लगकर मिलते दिखे. इस महत्वपूर्ण अवसर पर  लोगों में खासा उत्साह और जश्न का माहौल है. 


21 जनवरी को ताइवान में मुख्य रूप से दो कार्यक्रमों के आयोजन की जानकारी मिली है. एक कार्यक्रम भारतीय समुदाय द्वारा और दूसरा कार्यक्रम इस्कॉन ताइवान के प्रयास से आयोजित हुआ.