Jerusalem Violence Today: इस्‍लाम के पवित्र मास रमजान और फसह के मौके पर इजरायल-फ़िलिस्तीन (Israel-Palestine conflict) के बीच आपसी टकराव और बढ़ गया. दोनों देशों के अलग-अलग मजहबों के लोग बुधवार (5 अप्रैल) को येरूशलम (Jerusalem Mosque Clash) में आमने-सामने आ गए और अल-अक्सा मस्जिद के ग्राउंड पर मारा-मारी मच गई. एक तरफ मुसलमान नमाज पढ़ने बैठे, वहीं दूसरी ओर यहूदियों ने उस स्‍थान को अपना सबसे महत्वपूर्ण पवित्र स्थल बताया.


BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, ताजा झड़प में कई फ़िलिस्तीनी गंभीर रूप से घायल हो गए. अफरा-तफरी के माहौल के बीच इजरायली पुलिस येरूशलम में घुसी और कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया. घटनास्‍थल पर जुटे लोगों के एक समूह पर अल-अक्सा मस्जिद को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. वहीं, इजरायली पुलिस ने अपनी तरफ से सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो फुटेज जारी किए, जिनमें फिलिस्तीनियों को हिंसक गतिविधियों को अंजाम देते हुए दिखाया गया है.




येरूशलेम में मुसलमानों और यहूदियों की झड़प 


इजरायली पुलिस ने अपने बयान में कहा कि कुछ फिलिस्तीनियों ने खुद को पटाखों, लाठी और पत्थरों के साथ मस्जिद में बंद कर लिया और बाहर बैरिकेडिंग लगा दी थी. वहीं, जब पुलिस ने हालात काबू करने की कोशिश की तो नकाबपोश प्रदर्शनकारियों ने उन पर पत्थर और पटाखों से हमला कर दिया. इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल भी हुआ.




इजरायली पुलिस मस्जिद में घुसी, मचा बवाल 


वहीं, फिलिस्तीन की ओर से इजरायल पर निर्दोष मुस्लिमों की हत्‍या का आरोप लगाया जा रहा है. कुछ फिलिस्तीनी चश्‍मदीदों ने मीडिया को बताया कि रमजान के पवित्र महीने में इजरायली पुलिस ने उन पर ग्रेनेड और आंसू गैस से हमला किया, जिससे उनका दम घुटने लगा. बताया जा रहा है कि इस दौरान झड़प में 14 लोग घायल हुए हैं.




सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो


सोशल मीडिया पर एक वीडियो में, भारी हथियारों से लैस इजरायली पुलिस अल-अक्सा मस्जिद के अंदर बैरिकेडिंग करने वाले फ़िलिस्तीनी लोगों को पीटने के लिए राइफल की बट और लाठी का इस्तेमाल करती दिखी. बवाल के बीच घटनास्‍थल की कई तस्‍वीरें सामने आई हैं, जिनमें वहां कालीन पर बिखरे हुए फर्नीचर और प्रेयर मैट को देखा जा सकता है.






वीडिया में दिख रहे धुंआ-धुक्‍कड़ और शोर-शराबे से वहां के हालात का साफ अंदाजा लगाया जा सकता है. खासकर, अल-अक्सा मस्जिद इलाके में हालात ज्‍यादा तनावपूर्ण हैं, यह अत्यधिक संवेदनशील इलाका रहा है. 


यह भी पढ़ें: यरुशलम में पूजास्थल में हुई गोलीबारी, हिजबुल्ला ने मनाया जश्न