Solar Eclipse 2024: यूएई में दिखा 'शैतानी कॉमेट', नासा ने बताया फिर कब दिखेगा धूमकेतु, करना होगा केवल ये काम
Abu Dhabi: इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमी सेंटर (आईएसी) ने बताया कि इस धूमकेतू को कैसे देख सकते हैं. नासा के अनुसार यह हर 71 साल में एक बार सूर्य का चक्कर लगाता है.
Solar Eclipse 2024: दुनिया में कई ऐसी खगोलीय घटना होती है, जो इंसानों को हैरत में डाल देती है. ऐसा ही कुछ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हुआ, जिसे देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए. इस सप्ताह के शुरुआत में अबू धाबी के रेगिस्तान में एक चमकीला धूमकेतू देखा गया था. एस्ट्रोनॉमी विशेषज्ञ के अनुसार यदि यहां के निवासी सूर्यास्त के बाद सही दिशा में देखें तो वे भी इसे पकड़ सकेंगे.
अल खट्ट एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी की ओर से 27 मार्च को एक तस्वीर ली गई थी. यह एक आग का गोला होता है, इसमें सींग के जैसे दो आकार बने होते हैं इस वजह से इसे शैतान धूमकेतू भी कहा जाता है.
2 जून को होगा पृथ्वी के निकट
इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमी सेंटर (आईएसी) के अनुसार यह धूमकेतू 21 अप्रैल 2024 को सूर्य के सबसे निकट बिंदु पर पहुंच जाएगा और 2 जून 2024 को यह पृथ्वी के सबसे निकट होगा. नासा की ओर से कहा गया कि 8 अप्रैल 2024 को पूर्ण सूर्य ग्रहण होने पर इसके दिखाई देने की संभावना ज्यादा है.
साल 1812 में खोजा गया यह आवर्ती धूमकेतु हर 71 साल में एक बार सूर्य का चक्कर लगाता है. इसे आधिकारिक तौर पर 12पी/पोंस-ब्रूक्स के नाम से जाना जाता है और इसे आखिरी बार 1954 में पृथ्वी से देखा गया था.
यह उम्मीद की जाती है कि जैसे-जैसे यह सूर्य के करीब आएगा, यह और अधिक चमकीला होगा. आईएसी के अनुसार जैसे-जैसे दिन बीतता है, इसकी ऊंचाई कम होती जाती है और अप्रैल के अंत तक इसे देखना मुश्किल हो जाता है."
इसे संयुक्त अरब अमीरात में कैसे देखें
सूर्यास्त के लगभग 45 मिनट बाद पश्चिमल दिशा की ओर देखें. धूमकेतु उस क्षेत्र से लगभग 15 डिग्री की ऊंचाई पर होगा जहां सूर्य डूबता है. एक स्मार्ट ऐप का इस्तेमाल करें जो आकाश का नक्शा दिखाता हो और तारों के बीच धूमकेतु का स्थान निर्धारित करता हो.
इसे बिना किसी खास व्यवस्था के सीधे आंखों से देखा जा सकता है, हालांकि अगर दूरबीन का उपयोग करना सबसे बेहतर होगा. यह धूमकेतू सबसे पहले धुंधला दिखेगा, लेकिन अगर इसे अंधेरे वाली जगह से देखा जाएगा तो ये साफ तौर पर नजर आएगा.
धूमकेतु धूल, चट्टान और बर्फ से बने बर्फ के गोले की तरह होते हैं. नासा ने कहा, "जैसे ही वे सूर्य के करीब परिक्रमा करते हैं, वे गर्म हो जाते हैं और गैसों और धूल के बड़े चट्टान में बदल जाते हैं, जो एक ग्रह से भी बड़ा हो सकता है.
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